महिला कांस्टेबल से छेड़छाड़ करने पर गांव में बढ़ा बवाल

हरिद्वार में महिला कांस्टेबल के छेड़छाड़ प्रकरण में एएसपी परीक्षित कुमार के माफीनामे को लोगों ने सर्व खाप की पंचायता के फैसला से जुदा नहीं माना है।

महिला कांस्टेबल

लोगों का कहना है कि इस घटना ने बरसों पुरानी कबीलाई संस्कृति के अलावा पंचायतों के तुगलकी फरमानों की याद ताजा करा दी है। पंचायतों में ही माफी मांग लेने पर अपराध को रफा-दफा करने की परंपरा रही है। एएसपी के पीड़ित कांस्टेबल से माफी मांगने के बाद सीधे तौर पर अपराध की पुष्टि होती है।

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ऐसे में अफसरों को खास तौर पर यौन उत्पीड़न आरोपी एएसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर संदेश देना चाहिए कि कानून से बड़ा कोई नहीं है। काफी तादाद में जागरूक पाठकों ने अमर उजाला को एसएमएस भेजकर पुलिस कार्रवाई को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। पाठकाें द्वारा भेजे गए एसएमएस को हूबहू प्रकाशित किया जा रहा है, ताकि जनमानस की भावना से पुलिस अधिकारी रूबरू हो सकें।

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