
दिल्ली के महरौली में तीन बच्चों और पत्नी की हत्या करने वाले शिक्षक उपेन्द्र कुमार शुक्ला ने पहले तीनों की गला दबाकर हत्या की और फिर उनका गला रेत दिया था। पूछताछ में बताया कि उसने गला दबाकर इसलिए हत्या की थी कि गला रेतने के दौरान कोई तड़पे नहीं। सबसे पहले पत्नी की हत्या की थी। उसे शुगर की बीमारी थी। इस कारण वह घर का काम नहीं कर पा रही थी। ऐसे में उसे लगता था कि पत्नी को कुछ हो गया तो उसका और बच्चों का क्या होगा। इसी कारण वह डिप्रेशन का शिकार हो गया था।
पुलिस अधिकारी आरोपी को साइको बता रहे हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद अर्चना के भाई सतेन्द्र सिंह को सौंप दिए। महरौली थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार उपेन्द्र ने बताया कि उसने दूध में नींद की गोलियां मिला दी थीं। दूध पीने के बाद जब सब सो गए थे तो उसने सभी की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर गला रेत दिया। चाकू वह महरौली से ही खरीदकर लाया था।
नींद में गला दबाने और फिर गला रेतने की एक वजह यह भी बता रहा है कि शोर-शराबा हो सकता था। सबसे पहले पत्नी अर्चना की हत्या की थी। इसके बाद 40 दिन की बेटी रानी को मार डाला। बड़ी बेटी रानिया और रौनक की हत्या करने के बाद ग्राइंडर से अपना बायां हाथ काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की, लेकिन दर्द होने के कारण वह ऐसा नहीं कर पाया। उसके हाथ पर कट के तीन निशान हैं। दर्द होने के कारण हाथ की नस नहीं काट पाया तो खुद ही नींद की 10-12 गोलियां खा ली थीं।
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार उपेन्द्र को नींद न आने की बीमारी थी। इस बीमारी का इलाज चल रहा था। वह हर रोज नींद की गोलियां खाकर सोता था। पुलिस को मौके से नींद की गोलियां के दो खाली पत्ते मिले हैं। पुलिस इस बाबत जांच कर रही है आरोपी नींद की गोलियां कहां से लाता था। क्या उसे नींद की गोलियां ऐसे ही मिल जाती थी या फिर डाक्टर की सलाह पर खरीदता था। पुलिस के अनुसार मेडिकल जांच में आरोपी पूरी तरह फिट पाया गया है। आरोपी का थोड़ा बीपी हाई आया था। बाकी उसको कोई बीमारी नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने उसे रिमांड पर लेने की बात से इंकार किया है।
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आरोपी शिक्षक ने बच्चों व पत्नी की हत्या करने की साजिश तीन-चार दिन पहले रच ली थी। वह मौका तलाश रहा था। कई बार भतीजी अंदर वाले कमरे में उनके साथ सो जाती थी। शुक्रवार रात भतीजी अनमोल उसके पास नहीं सोई थी। वह वारदात से एक दिन पहले रात को ही महरौली इलाके से ही चाकू खरीदकर लाया था।
पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी उपेंद्र शुक्ला को रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। साकेत जिला अदालत के ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपी से वारदात में इस्तेमाल सामान की बरामदगी हो चुकी है। उससे आगे पूछताछ करने की जरूरत नहीं है, लेकिन फिलहाल मामले की जांच शुरुआती दौर में है। लिहाजा आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए।