एमपी के मदरसों में पढ़ाया जाएगा देश प्रेम व इस्लाम

मध्य प्रदेश मदरसा बोर्डभोपाल| मध्य प्रदेश के मदरसों में ‘वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है’ विषय भी पढ़ाया जाएगा। मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड इस विषय का पाठ्यक्रम भी तैयार कर रहा है। मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित 7401 मदरसों में से 2535 को आधुनिक विषयों को पढ़ाने के लिए मान्यता दी गई है। इनमें 1254 मदरसे प्राथमिक और 1281 माध्यमिक-स्तर की मान्यता प्राप्त हैं। इन मदरसों में दो लाख 30 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। वर्तमान में मदरसों में आठवीं कक्षा तक की शिक्षा दी जाती है।

मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड

राज्य का मदरसा बोर्ड एक-वर्षीय उर्दू पत्रकारिता पाठ्यक्रम माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सहयोग से प्रारंभ करने का प्रयास कर रहा है। बोर्ड द्वारा मदरसों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए ‘वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है’ विषय पर पाठयक्रम तैयार किया जा रहा है। इस पाठयक्रम से विद्यार्थी यह जान सकेंगे कि जिस धर्म के वे अनुयाई हैं, उसमें अपने वतन से वफादारी एवं मोहब्बत करने को कितना ऊंचा स्थान दिया गया है।

मदरसा बोर्ड से जारी सूचना के अनुसार, मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के कौशल उन्नयन के लिए मौलाना आजाद नेशनल एकेडमी फॉर स्किल योजना में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इन विद्यार्थियों के लिए टेलरिंग एंड ड्रेस-मटेरियल, कंप्यूटर हार्डवेयर असेंबलिंग एंड मेंटेनेंस, खाद्य संसाधन और आशु-लिपि हिंदी के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे।

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