नर्इ दिल्ली। बिहार हमेशा चर्चा में छाया रहता है. कभी लालू परिवार के घोटालों को लेकर तो कभी बिहार टॉपर को लेकर। एक बार फिर बिहार चर्चा में आ गया है. इस बार इसके चर्चा का कारण एक सरकारी ऑफिस, जहां कर्मचारी हेलमेट पहनकर काम करते हैं। ऐसा वो शौक से, गुंडों के डर से या किसी विरोध में नहीं कर रहे हैं बल्कि ऐसा करना उनकी मजबूरी है। अपनी जान बचाने के लिए उन्हे ऐसा करना पड़ रहा है।
आपने लोगों को बाइक चलाते वक्त हेलमेट पहने हुए तो बहुत बार देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी किसी सरकारी दफ्तर में कर्मचारी को हेलमेट पहनकर काम करते हुए देखा है नहीं न। लेकिन इन दिनों बिहार के एक सरकारी दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी हेलमेट लगा कर ऑफिस में काम कर रहे हैं।
कुछ भी हो सकता है यहां
ये सरकारी ऑफिस बिहार के पश्चिमी चंपारण में मौजूद है। अरेराज प्रखंड में स्थित भूमि रिकॉर्ड विभाग के कर्मचारी ऑफिस में रोजाना हेलमेट पहनकर आते हैं। ये सरकारी कर्मचारी न तो हेलमेट पहनकर आम लोगों को कोर्इ संदेश दे रहे हैं और न ही ये लोग हेलमेट लवर्स हैं। हां, ये लोग अपनी सुरक्षा के प्रति जरूर सचेत हैं। इन लोगों का विश्वास है कि इस सरकारी ऑफिस में कभी भी कुछ भी हो सकता है।
जख्मी होने के डर से पहनते है हेल्मेट
इस कार्यालय की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं। छत की हालत ये है कि ये कभी भी गिर सकती है। बारिश में छत से पानी टपकता है। दीवारों से भी पानी रिसने से कमरे में काम करना बेहद मुश्किल है। कर्इ लोग दीवार गिरने की वजह से जख्मी हो चुके हैं। बावजूद इसके ये लोग जान हथेली पर रखकर यहां काम कर रहे और सुरक्षा के लिए रोजाना हेलमेट पहनते हैं।
आने से डरते है लोग भी
यहां आने वाले लोग भी अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनकर आते हैं। आवश्यक कार्य के लिए आने वाले ग्रामीण भी भय से अंदर जाना मुनासिब नहीं समझते है। छत जर्जर होने के साथ ही बारिश का पानी भी सीधे फाइल पर ही टपकते है।
सबसे अहम बात यह है कि भवन निर्माण विभाग के द्वारा एक वर्ष पूर्व ही इस दफ्तर को अमान्य घोषित किया जा चुका है लेकिन वरिष्ठ अधिकारी इंतजार कर रहे किसी बड़ी घटना के होने का।