रियो डि जिनेरियो। भारतीय पहलवान नरसिंह यादव के ओलंपिक अभियान को आज झटका लगा जब विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने स्वेदश में डोप प्रकरण में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा उन्हें क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ अपील करने का फैसला किया।
भारतीय दल के मिशन प्रमुख राकेश गुप्ता ने बताया, “वाडा ने नाडा की क्लीनियरेंस के खिलाफ खेल पंचाट (कैस) में अपील की है। अब सुनवाई चल रही है और आईओए महासचिव (राजीव मेहता) वाडा के अधिकारियों के साथ हैं।”
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नरसिंह को 19 अगस्त को अपना मुकाबला खेलना था लेकिन अब अगर खेल पंचाट वाडा की अपील को बरकरार रखता है तो उन्हें करियर समाप्त करने वाले चार साल के प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि नरसिंह के वकील विदुषपत सिंघानिया 18 अगस्त को स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे वीडियो कांफेंसिंग के जरिये यहां आईओसी कार्यालय में सुनवाई में हिस्सा लेंगे।
मेहता ने कहा, “हमारे पास दो विकल्प हैं। दो दिन का समय लें और मामले की सुनवाई में हिस्सा लें या जवाब देने में एक महीने का समय लें लेकिन इससे उसका करियर दांव पर लग जाएगा। अब उसके भाग्य पर फैसला 18 अगस्त को होगा।
हम अंत तक लड़ेंगे।” उन्हेंने कहा, “हम मेरिट के आधार पर जवाब देंगे, सर्वश्रेष्ठ ” की उम्मीद करते हैं। हमारे पास यह सर्वश्रेष्ठ” विकल्प है और हमने उम्मीद बरकरार रखी है।” नरसिंह ने अपने कोच के मार्गदर्शन में खेल गांव में तैयारी शुरू कर दी है लेकिन वाडा के फैसले से उन्हें झटका लगा है। गुप्ता ने बताया कि वाडा ने दो दिन पहले अपील की थी।
गुप्ता ने कहा, “वे नाडा के क्लीयरेंस देने से संतुष्ट नहीं थे इसलिए उन्होंने खेल पंचाट में इसे चुनौती दी। सुनवाई से उसके भविष्य पर फैसला होगा।” नरसिंह को 25 जून को हुए परीक्षण में प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टेरायड मेथेनडाइनोन के लिए पाजीटिव पाया गया था। विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता नरसिंह ने दावा किया था कि वह विरोधी खेमे के षड्यंत्र का शिकार हुए हैं जिस दावे को नाडा ने अपील के बाद स्वीकार कर लिया था। नरसिंह ने आरोप लगाया था कि विरोधियों द्वारा उनके खाने का पीने की चीज में प्रतिबंधित पदार्थ मिलाया गया हो सकता है।