पोस्ट ऑफिस स्कीम: 1 दशक में KVP योजना की रकम हो सकती है डबल, जोखिम की चिंता न के बराबर
अगर आप एक सुरक्षित और जीरो रिस्क वाला निवेश खोज रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स ‘किसान विकास पत्र’ यानी KVP बेहतर विकल्प हो सकता है। किसान विकास पत्र भारत सरकार की एक वन टाइम इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जहां एक तय अवधि में आपका पैसा दोगुना हो जाता है। यह देश के सभी पोस्ट ऑफिस और बड़े बैंकों में मौजूद है। इसका मेच्योरिटी पीरियड अभी 124 महीने यानी 10 साल 4 महीने है।
इंडिया पोस्ट वेबसाइट indiapost.gov.in के अनुसार योजना में कम से कम एक हजार रुपए का निवेश होता है। इसके लिए अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है, लेकिन 50 हजार रुपए से अधिक के निवेश पर पैन कार्ड की आवश्यकता होती है।
इनकम प्रूफ भी है जरूरी
वहीं, अगर आप 10 लाख या इससे अधिक का निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए इनकम प्रूफ भी जमा करना होगा। इसमें इनकम टैक्स रिटर्न (ITR), सैलरी स्लिप और बैंक स्टेटमेंट जैसे प्रूफ शामिल हैं। इसके अलावा पहचान पत्र के तौर पर ‘आधार’ भी देना होता है। खास बात यह है कि पोस्ट ऑफिस स्कीम पर सरकारी गारंटी मिलती है, यानी इसमें जोखिम की चिंता न के बराबर है। खरीद की तारीख से ढाई साल की अवधि के बाद KVP प्रमाणपत्रों में निवेश की गई राशि का भुगतान आप प्राप्त कर सकते हैं.
योजना को 3 तरह से खरीदा जा सकता है-
- सिंगल होल्डर टाइप सर्टिफिकेट- इस तरह का सर्टिफिकेट खुद के लिए या किसी नाबालिग के लिए खरीदा जाता है
- ज्वाइंट A अकाउंट सर्टिफिकेट- इसे दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है। दोनों होल्डर्स को भुगतान होता है, या जो जीवित हो
- ज्वाइंट B अकाउंट सर्टिफिकेट- इसे दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है। दोनों में से किसी एक को भुगतान होता है या जो जीवित हो
कैसे खोलें अकाउंट?
- आवेदक किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाकर फॉर्म भरकर अकाउंट खोल सकते हैं। फॉर्म को ऑनलाइन भी डाउनलोड किया जा सकता है।
- फॉर्म पर आवेदक का पूरा नाम, जन्म तिथि (DOB) और नामांकित व्यक्ति का पता लिखा होना चाहिए,
- फॉर्म में परचेज अमाउंट की मात्रा स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए,
- KVP फॉर्म की राशि का पेमेंट चेक या कैश के जरिए किया जा सकता है,
- आप चेक के जरिए पेमेंट कर रहे हैं, तो फॉर्म पर चेक नंबर की जानकारी लिखें,
- फॉर्म में स्पष्ट करें KVP सिंगल या ज्वॉइंट ‘A‘ या ज्वॉइंट ‘B‘ सदस्यता, किस आधार पर खरीदा जा रहा है,
- ज्वॉइंट रूप से खरीदने पर दोनों लाभार्थियों के नाम लिखें,
- लाभार्थी के नाबालिग होने पर उसकी जन्म तिथि, माता–पिता का नाम का नाम लिखें,
- फॉर्म जमा करने पर लाभार्थी के नाम, मेच्योरिटी तारीख और मेच्योरिटी पेमेंट के साथ किसान विकास सर्टिफिकेट मिलेगा।
क्या है योजना?
इस योजना की अवधि 10 साल 4 महीने है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने इस स्कीम में 1 अप्रैल 2020 से 30 जून 2020 तक निवेश किया है, तो आपकी तरफ से जमा की गई एकमुश्त राशि 10 साल और 4 महीने में दोगुनी हो जाती है। किसान विकास पत्र स्कीम पर लाभार्थी को 6.9% का सालाना कंपाउंड ब्याज मिलता है। इस स्कीम में सर्टिफिकेट के रूप में निवेश होता है। इसमें एक हजार रुपए, पांच हजार रुपए, दस हजार रुपए और 50 हजार रुपए तक के सर्टिफिकेट हैं, जिन्हें इच्छुक लाभार्थी अपनी सुविधानुसार खरीद सकते हैं।