
रिपोर्ट-समी अहमद
सीतापुर- पुलिस के आलाधिकारी समय-समय पर मातहतों को मित्र पुलिस का पाठ पढ़ाते नजर आते हैं। जिसमें अधिकारियों के द्वारा आम जनमानस से सहूलियत से पेश आने की हिदायत भी देते हैं लेकिन अधिकारियों की हिदायत के बावजूद भी मातहत सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं और अपनी खाकी वर्दी की रौब में नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी के सीतापुर से निकल कर आया है।
जिसमें महज मारपीट की धाराओं में दर्ज मुकदमे की जमानत की नोटिस तामील कराने पहुंचे चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों ने मिलकर घर में घुसकर तांडव मचाया। इन पुलिसकर्मियों पर पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने घर में रखा सारा सामान तोड़ फोड़ दिया। इतना ही नहीं घर में मौजूद महिलाओं को भी मारा-पीटा और तो और घर में रखें अनाज को भी तितर-बितर कर दिया।
पीड़ित परिवार वालों ने पुलिस पर घर में रखी नकदी भी उठा ले जाने का आरोप लगाया है। पुलिस कर्मियों के द्वारा घर में घुसकर की गई बर्बरता को लेकर एएसपी से शिकायत की है। इस पूरे मामले की जांच सीओ मिश्रिख को सौंप दी गई है। एएसपी का कहना है कि दोषी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संदना थाना क्षेत्र के बेलहरी चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज अवधेश श्रीवास्तव अपने चार सिपाहियों के साथ रामशाला गांव में जमानत की नोटिस तामील कराने गए थे। जिसमें लवकुश के खिलाफ संदना थाने में मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। परिवार वालों का आरोप है कि लवकुश बाहर रहकर मजदूरी का काम करता है।
लव कुश के घर ना मिलने पर चौकी इंचार्ज ने अपने सिपाहियों व विपक्षियों के साथ मिलकर घर के अंदर तोड़फोड़ शुरू कर दी। जब महिलाओं ने इस बात का विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ भी मारपीट की। महिलाओं का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उन पर डंडे भी भी बरसाए और घर का चूल्हा, चारपाई अन्य सामान तोड़ दिया। इतना ही नहीं घर में रखे अनाज को भी बिखरा दिया। चौकी इंचार्ज के द्वारा शिकायत करने पर गांव में न रहने देने की धमकी भी दी गई।
इस पूरी घटना को लेकर दहशत के साए में पीड़ित परिवार किसी तरह से एसपी ऑफिस पहुंचा। जहां उन्होंने एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान से मुलाकात की और एक शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए पुलिस की बर्बरता की दास्तान सुनाई। इस पूरे मामले को लेकर एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान का कहना है कि मारपीट के मामले में अभियोग पंजीकृत था।
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मारपीट के मामले में दो लोग वांछित थे। उनकी तलाश में चौकी इंचार्ज बेलहरी कुछ साथियों के साथ गांव में गए थे पूछताछ की। जानकारी हुई थी कि वह लोग बाहर हैं थाने पर आने की बात कहकर वापस चले आए थे। पुलिस के आने के बाद सूचना मिली की आरोपियों के घर पर कुछ तोड़फोड़ हुई है। पीड़ित परिवार आकर मिला हैं पूरे मामले की जांच सीओ मिश्रिख को दी गई है। जो भी सही तथ्य होंगे अगर पुलिस के द्वारा मारपीट की गई है तो निश्चित ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।