
बॉलीवुड अभिनेता से नेता बनीं कंगना रनौत को फटकार लगाते हुए, नेता जी सुभाष चंद्र बोस के परिवार ने इतिहास को विकृत करने और राजनीतिक लाभ के लिए बोस की विरासत में हेरफेर करने के प्रयासों की कड़ी निंदा की है।

रानौत ने हाल ही में यह बोल कर विवाद खड़ा कर दिया था कि बोस भारत के पहले प्रधान मंत्री थे, इस दावे का बोस के पोते, चंद्र बोस ने खंडन किया, जिन्होंने ऐतिहासिक रिकॉर्ड की व्याख्या की। चंद्र बोस ने रानौत के दावों के सामने ऐतिहासिक तथ्य रखते हुए कहा “बंगाल और पंजाब के विभाजन के बाद नेहरू भारत के पहले प्रधान मंत्री थे। यह इतिहास है। इसे कोई नहीं बदल सकता।” इसके अलावा उन्होंने राजनीतिक हेरफेर से बोस की विरासत की अखंडता को संरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा की, “नेताजी का इस्तेमाल नेहरू और कांग्रेस का मुकाबला करने के लिए किया जा रहा है, जो बेहद आपत्तिजनक है।”
उन्होंने यह बात स्वीकारते हुए कहा “हालाँकि नेता जी और नेहरू में मतभेद थे, फिर भी वे एक-दूसरे का सम्मान करते थे।” “अगर ऐसा नहीं होता, तो नेता जी आजाद हिंद फौज की ब्रिगेड का नाम नेहरू और गांधी के नाम पर नहीं रखते।”