सिरफिरे आशिक ने दिवाली की रात पूरे कुनबे पर बरसाईं गोलियां
कासगंज। दिवाली की रात जब पूरा देश खुशी के दीप जला रहा था। उसी वक्त एक परिवार में पर ऐसा कहर आया, जिसने सारी खुशियों को मातम में बदल दिया। मामला एक सिरफिरे आशिक का है। इस खुशी के पर्व पर प्रेमिका के घर जाकर सिरफिरे ने चार लोगों को गोली मार दी। घटना के शिकार हुए चार लोगों में एक की मौके पर ही मौत हो गयी। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दिवाली की रात सुनाई दीं चीखें
मामले में लोगों के मुताबिक़, दिवाली की रात गोलियों की आवाज़ के बीच चीखें सुनाई दी। मौके पर जब कुछ लोग पहुंचे तो उन्होंने एक ही परिवार के लोगों को लहूलुहान पाया। ये लोग अपने घर की दहलीज पर तड़प रहे थे। पास में परिवार की दुकान पर काम करने वाले अजीत का शव पड़ा था।
पड़ोसियों ने सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहाँ डॉक्टरों ने सभी तीन घायलों को हालत गम्भीर देखते हुए फर्स्ट एड देकर अलीगढ रेफर कर दिया।
पुलिस के मुताबिक़ सारे मामले के पीछे एकतरफा प्रेम कहानी सामने आई है। जहाँ सिरफिरे आशिक हेमंत यादव ने इस गोलीकांड को अंजाम दिया।
बताया जा रहा है कि रानू माहेश्वरी कि बहन प्रेरिका दिल्ली में NIIT की कोचिंग कर रही थी। कासगंज की दुर्गा कॉलोनी का रहने वाला हेमन्त भी उसी कोचिंग में पढ़ता था।
समय बीतने के साथ-साथ हेमंत उसे चाहने लगा और प्रेरिका के आगे पीछे चक्कर काटने लगा।
जब प्रेरिका ने इस बात की शिकायत हेमंत के परिजनों से की तो छह माह पहले दोनों परिवार के बीच फैसला भी हुआ कि अब हेमंत उसे परेशान नहीं करेगा।
इसी बीच हेमंत की शादी भी उसके परिवार वालों ने कर दी और वह नोएडा की किसी कम्पनी में जूनियर इंजीनियर की नौकरी करने लगा। लेकिन प्रेरिका को भुला नहीं पाया।
इस दीपावली पर जब हेमंत अपने घर कासगंज पहुंचा तो उसने इस भयानक घटना को अंजाम दे दिया और फरार हो गया।
जब सभी लोग अपने-अपने घरों में लक्ष्मी पूजन कर रहे थे तभी वह प्रेरिका के घर रिवाल्वर लेकर पहुंच गया।
प्रेरिका उस समय अपने घर के दरवाजे पर दीपक जला रही थी। हेमंत और प्रेरिका का आमना-सामना हुआ। हेमंत के हाथ में पिस्तौल देख प्रेरिका डर गयी। उसने कहा कि मुझे मार दो पर मेरे भाइयों को कुछ न करना।
तभी हेमंत ने प्रेरिका के पेट में गोली मार दी। उसे बचाने नौकर अजीत आया तो वह भी निशाने पर आ गया। अजीत की मौके पर ही मौत हो गई।
यह देखकर प्रेरिका के भाई रानू और तुषार आगे बढ़े तो हेमंत ने उन दोनों को सीने में गोलियां उतार दीं।
अब प्रेरिका और उसके दोनों भाइयों का अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में इलाज़ हो रहा है और अजीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने भेज दिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है।