
Report – Vinod Kumar/Chitrakoot
चित्रकूट में आज फिर एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक 2 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई मामला मऊ थाना क्षेत्र के मऊ कस्बे का है जहां पर गणेश द्विवेदी नाम का व्यक्ति अपने 2 वर्षीय बालक लल्ला का इलाज कराने रस्तोगी क्लिनिक डॉक्टर किशन रस्तोगी के यहां गया था डॉक्टर ने 2 इंजेक्शन लगाकर बच्चे के फोड़े का ऑपरेशन कर दिया.
जिससे बच्चे की हालत गड़बड़ा गई और डॉक्टर ने उसे आनन-फानन में घर भेज दिया घर ले जाने पर जब अब बच्चे की हालत और बिगड़ी तो फिर से डॉक्टर के पास लेकर आए जिस पर झोलाछाप डॉक्टर ने उनको मऊ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया जहां पर डाक्टरों ने बच्चों को देखते ही मृत घोषित कर दिया।
नाटक बच्चे लल्ला के पिता गणेश प्रसाद द्विवेदी और प्रभाव को ने बताया कि उनके बच्चे को बैक साइड में एक छोटा सा खुला था जिस को दिखाने वह डॉक्टर किशन के यहां उसका क्लीनिक ले गया था डॉक्टर किशन ने उस बच्चे को एडमिट कर लिया था और उसके 2 इंजेक्शन लगाने के बाद लगभग 3:00 बजे दिन में ऑपरेशन कर दिया.
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जिससे बालक की हालत काफी खराब हो गई केंद्र ने यह कहकर कि आप घबराओ नहीं ठीक हो जाएगा मैंने इलाज कर दिया है घर ले जाओ बच्चे को घर ले जाने के बाद जब हालत और बिगड़ी तो उसको फिर से लेकर लेने का है तो डॉक्टर ने सरकारी भेज दिया जहां पर बच्चे को लाने पर सरकारी साल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया बच्चे के पिता ने लापरवाही बरतने और गलत इलाज का आरोप लगाया।
झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से चित्रकूट जिले में तमाम मौतें हो चुकी हैं लेकिन जिला प्रशासन है कि कोई भी सबक नहीं लिया है जबकि यहां हर गांव गली में झोलाछाप डॉक्टर दवा रख कर बैठे हैं और ग्रामीणों की जान लेने पर तुले हैं किंतु जिले का जिम्मेदार महकमा आज तक कोई भी कैसी कार्यवाही नहीं की जिससे कि इन झोलाछाप डॉक्टरों को सबक सिखाया जा सके।