
काठमांडू| भारत में लागू हो चुके वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के चलते नई दिल्ली और काठमांडू के बीच कारोबार पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को लेकर चिंतित नेपाल ने भारत से इस बात का आश्वासन मांगा है कि नई कर प्रणाली दोनों देशों के बीच व्यापार संधियों को प्रभावित नहीं करेगी। नेपाली वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि कूटनीतिक माध्यम से भारत को चिट्ठी लिखी गई है कि जीएसटी के चलते दोनों देशों के बीच व्यापार संधियां एवं पारगमन संधिया प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने नेपाल के वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव रवि शंकर सैंजू के हवाले से लिखा है, “जीएसटी लागू किए जाने के बाद भारत और नेपाल के बीच कारोबार प्रभावित होने की संभावना के मद्देनजर हमने भारतीय अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर यह आश्वासन मांगा है कि नई कर प्रणाली दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार को प्रभावित नहीं करेगी।”
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पूरे भारत में एक जुलाई को नई कर प्रणाली जीएसटी के लागू होने के साथ नेपाल में इस बात की आशंका उठ खड़ी हुई है कि नेपाल को भारत से आयात पर अधिक कर चुकाना होगा।
सैंजू ने कहा, “दो महीने पहले हमने इस संबंध में पहली चिट्ठी भेजी थी और तीन महीने पहले हमने फिर से मुद्दे को स्मरण कराते हुए एक और चिट्ठी भेजी है।”
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नेपाली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि भारत में लागू हुई नई कर प्रणाली के चलते नेपाल की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होगी, क्योंकि नेपाल का दो-तिहाई अंतर्राष्ट्रीय कारोबार अकेले भारत के साथ होता है।