
अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से और सख्त होते हुए भूमध्य सागर में विमानवाहक पोत यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती कर दी है। अमेरिका के इस कदम से दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
जहां बोल्टन ने रविवार को कहा कि ईरान से मिले कई ‘परेशान करने वाले और तनाव बढ़ाने वाले संकेतों एवं चेतावनियों’ के जवाब में पश्चिम एशिया में ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप’ और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
बोल्टन ने बताया कि यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात करने का मकसद ईरानी शासन को यह स्पष्ट संदेश देना है कि अमेरिकी हितों या हमारे सहयोगियों पर हर हमले से निर्ममता से निपटा जाएगा।
दरअसल उनका कहना हैं की अमेरिका ईरानी शासन के साथ युद्ध नहीं चाहता, लेकिन हम किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, भले ही वह छद्म हो, इस्लामिक रेवल्यूशनरी गार्ड कोर या फिर ईरानी बलों का हमला हो।