
नई दिल्ली : गर्मी के मौसम में हर किसी को आम का बेसब्री से इंतजार होता है। पोषक तत्वों से भरपूर आम एक ऐसा फल है जो ज्यादातर लोगों को पसंद होता है। जहां आम में विटामिन ए, कॉपर, आयरन और पोटैशियम जैसे तत्वों की खान है। लेकिन आम को ‘फलों का राजा’ भी कहा जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि एक ऐसा आम है जिसे ‘आमों की मलिका’ कहा जाता है और उसका दाम 500 रुपये है।

आइए जानते हैं इसके बारे में –
बता दें की मशहूर ‘नूरजहां’ की, जो अफगानिस्तानी मूल की मानी जाने वाली आम प्रजाति है। लेकिन ये आम सिर्फ मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र में ही पाए जाते हैं। आइए जानते हैं कि 500 रुपये के इस आम की खासियत क्या है।
जहां इस आम की सबसे खास बात ये है कि इसकी गुठली का वजन ही 150 से 200 ग्राम के बीच होता है। इतना ही नहीं, ये आम एक फुट तक लंबे होते हैं। बतादें कि इस आम की बुकिंग तभी हो जाती है जब ये ठीक से पके भी नहीं होते। लेकिन इन्हीं खासियत की वजह से इसका दाम 500 रुपये तक पहुंच जाता है। अगली स्लाइड में जानते हैं कि इस आम का वजन कितना है।
दरअसल इस एक आम का वजन 2.5 किलोग्राम के आस-पास होता है। हालांकि पहले के जमाने में इसका वजन 3.5 से 3.75 किलोग्राम के बीच होता था। आम का वजन प्राकृतिक कारणों के चलते कम हुआ है। बारिश में देरी, अल्पवर्षा और अतिवर्षा इसका मुख्य कारण है।
वहीं ‘नूरजहां’ की फसल पिछले साल इल्लियों के भीषण प्रकोप के चलते बर्बाद हो गई थी लेकिन आम की इस दुर्लभ किस्म के मुरीदों के लिए अच्छी खबर है कि मौजूदा मौसम में इसके पेड़ों पर फलों की बहार आ गई है। आम के उत्पादन के मामले में भारत दुनिया का सरताज है। जहां करीब 1400 किस्में पाई जाती हैं, इनमें से 1 हजार किस्में भारत में पैदा होती हैं।