
देहरादून। चीन के नापाक इरादों से निपटने के लिए भारत के पूर्व सैनिक-अर्द्धसैनिकों ने कमर कस ली है। सैनिकों ने चीन के नापाक इरादों को नाकाम करने के लिए एक प्लान तैयार किया है। जिससे वो चीन को पछाड़ सकेंगे।
उत्तराखंड पूर्व सैनिक-अर्द्धसैनिक संयुक्त संगठन की 24वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के विकास का संकल्प लिया गया। चीन की आक्रामक नीति समेत तमाम खतरों पर सक्रिय होने और देवभूमि के लोगों को जगाने का संकल्प लिया गया।
यह भी तय किया गया कि 14 सितंबर को पूर्व सैनिक-अर्द्धसैनिक द्वारा हरिद्वार से लेकर बद्रीनाथ धाम तक जनजागरण यात्रा निकाला जायेगा।
इस आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल राम सिंह प्रधान ने कहा कि चीन की इस आक्रामक मानसिकता को देखते हुए उत्तराखंड के पूर्व सैनिक-अद्धसैनिकों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। उत्तराखंड और चीन की सीमा सटी हुई है। इसलिए हमारे सामने बहुआयामी चुनौतियां हैं।
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उन्होंने कहा कि हमारे अनुभवों का लाभ मातृभूमि को मिलना चाहिए। सीमांत और सुदूरवर्ती पर्वतीय इलाकों में हमें अधिक सक्रिय होना होगा। उन्होंने कहा कि सेवा में रहते हुए हमने देश की सेवा की, अब प्रदेश के विकास में भी योगदान देना होगा। यहां की दिव्य आध्यात्मिक और धार्मिक-सांस्कृतिक परंपराओं को बलशाली बनाना हमारा दायित्व है।