
श्रीनगर। कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस आतंकी हमले में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि कई घायल हो गए हैं। आतंकियों के इस हमले ने बीजेपी और पीडीपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है। खुफिया एजेंसियों की ओर से अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाकर हमले का इनपुट पहले से था, लेकिन सरकार के तमाम दावे फेल साबित हुए हैं।
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केंद्र सरकार की ओर से भी अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के बड़े दावे किए गए थे। 25 जुलाई को आए इंटेलिजेंस रिपोर्ट में साफ कहा गया था कि यात्रियों पर हमला हो सकता है। इस रिपोर्ट में 100 से ज्यादा यात्रियों को निशाना बनाने की बात थी, लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा में चूक सामने आ ही गई।
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ऐसा नहीं है कि अमरनाथ यात्रियों पर पहली बार हमला हुआ है। इससे पहले 2000 में श्रद्धालुओं पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था। पढ़िए कब-कब आतंकियों ने अमरनाथ श्रद्धालुओं को बनाया निशाना-
साल 2000 में पहलगाम बेस कैंप पर आतंकियों ने किया हमला। 30 श्रद्धालु मारे गए और 60 से ज्यादा घायल हुए।
साल 2001 में एक कैंप पर आतंकियों ने दो हथगोले फेंके, बारह लोग मारे गए और 15 लोग घायल हुए।
जुलाई 2002 में आतंकियों ने जम्मू के पास यात्रियों पर हथगोला फेंका और फिर गोलियां चलाईं। दो यात्री मारे गए और दो घायल हुए।
06 अगस्त 2002 को जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों के एक कैंप पर आतंकियों ने हमला किया। दस से ज्यादा लोग मारे गए और तीस अन्य लोग घायल हुए।
2006 में आतंकियों ने एक बार फिर अमरनाथ यात्रियों को बनाया निशाना, इस हमले में एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी।