आज का सुविचार: गलती से भी इन 5 जगहों पर ना ठहरें, नहीं तो पचताते रह जाएंगे आप!
आचार्य चाणक्य बहुत गुणवान और विद्वान थे। वह शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे। अपनी कुशलता को प्रबल करने के लिए चाणक्य ने पूरी निष्ठा से गहन अध्ययन किया था। चाणक्य ने अपने कौशल और बुद्धि के बल से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थीं। चाणक्य द्वारा बनाई गई उन सभी नीतियों का संग्रह चाणक्य नीति शास्त्र में है। आज हम उन्हीं नीतियों में से कुछ नीतियां आपको बताने जा रहे हैं जिससे आपके विचारों में बदलाव होने के साथ ही आपके दैनिक जीवन में भी सुधार हो जाएगा। तो आइए जानते हैं चाणक्य ने किन जगहों पर रहने से मना किया है-
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♦ वहां ना करें निवास जहां कोई धनवान ना हो।
♦ वहां घर बनाना अच्छा नहीं माना जाता जहां वैदिक शास्त्रों में निपुण एक ब्राह्मण ना रहता हो।
♦ चाणक्य के अनुसार वहां रहना भी व्यर्थ होता है जहां एक राजा न हो।
♦ जल के बिना जीवन असंभव होता है इस लिए आप अपना घर वहां बनाए जहां एक नदी हो।
♦ चिकित्सकहीन देश, राज्य में कभी भी ना रहें।