
PM नरेंद्र मोदी को आज अमेरिका में ‘ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड’ प्रदान किया गया. उन्हें ये अवार्ड बिल गेट्स के हाथों प्रदान किया गया है. ये अवार्ड हर साल विभिन्न लक्ष्यों में से किसी भी एक काम में सराहनीय योगदान के लिए दिया जाता है. PM नरेंद्र मोदी को स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से दिया जाता है.

‘यह सिर्फ मेरा नहीं बल्कि करोड़ों भारतवासियों का सम्मान’
न्यूयॉर्क में आयोजित ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह सम्मान केवल मेरा सम्मान नहीं, बल्कि करोड़ों भारतवासियों का सम्मान है जिन्होंने स्वच्छ भारत का सपना न केवल पूरा किया बल्कि इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाया।
‘बीते पांच साल में भारत में बनाए गए 11 करोड़ शौचालय’
पीएम मोदी ने कहा, भारत में बीते पांच साल में 11 करोड़ शौचालयों का निर्माण हुआ। महात्मा गांधी का स्वच्छता का सपना साकार होने वाला है। महात्मा गांधी ने कहा था, एक आदर्श गांव तभी बन सकता है जब वह स्वच्छ हो। आज हम गांव नहीं बल्कि पूरे देश को स्वच्छ बनाने की राह पर हैं।
स्वच्छ भारत मिशन ने केवल करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाया है, उनकी गरिमा की रक्षा की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पांच साल में ग्राउंड वाटर (भूगर्भ जल) की गुणवत्ता सुधरी है, मैं मानता हूं कि इसमें भी स्वच्छ भारत मिशन की भूमिका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे बताया गया है कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की एक रिपोर्ट में पता चला है कि भारत में बेहतर ग्रामीण स्वच्छता के कारण बच्चों में हृदय की समस्याओं में कमी आई है और महिलाओं के बॉडी मास इंडेक्स में बेहतरी आई है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत अपना स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करने के नजदीक है, लेकिन इसके साथ ही भारत अन्य लक्ष्यों पर भी तेजी से कार्य कर रहा है। फिट इंडिया आंदोलन के जरिए हम फिटनेस, बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा दे रहे हैं।
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने गोलकीपर अवॉर्ड की शुरुआत की। यह अवॉर्ड लोगों को इन लक्ष्यों को पाने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। पहला ग्लोबल गोलकीपर्स अवॉर्ड कार्यक्रम साल 2017 में आयोजित किया गया।
यह हर साल तय 17 लक्ष्यों में से किसी भी एक पर अच्छा काम करने वाले शख्स को दिया जाता है। इसे गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स अवॉर्ड भी कहते हैं।
इन 17 लक्ष्यों पर काम करने के लिए मिलता है अवॉर्ड
साल 2015 में 193 देशों के प्रतिनिधि एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए 17 लक्ष्यों (Sustainable Goals) को हासिल करने की बात पर सहमत हुए थे। ये सभी लक्ष्य देशों को मिलकर 2030 तक हासिल करने हैं। ये 17 लक्ष्य हैं –
- गरीबी हटाना
- भूख मिटाना
- अच्छा स्वास्थ्य
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
- लिंग समानता
- साफ पानी व स्वच्छता
- वाजिब कीमत पर स्वच्छ ऊर्जा
- आर्थिक वृद्धि
- उद्योग, नवाचार और आधारभूत संरचना
- असमानता कम करना
- शहरों व समुदायों का दीर्घकालिक विकास
- उत्तरदायी उपभोग और उत्पादन
- जलवायु में सुधार
- पानी के जीवों के लिए बेहतर वातावरण
- धरती के जीवों के लिए बेहतर वातावरण
- शांति, न्याय और मजबूत संस्थाएं
- लक्ष्यों के लिए साझेदारी