कभी नहीं होगी अस्थमा की बीमारी, बस दूध में मिलाकर पिएं…

नई दिल्ली। बढ़ते प्रदूषण के चलते लोगों में अस्थमा का रोग तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे हैरानी की बात तो ये है कि अस्थमा न सिर्फ वृद्धों को बल्कि छोटे-छोटे बच्चों को भी अपने चपेटे में ले रहा है।

वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सावधानी बरती जाए तो अस्थमा से बचाव संभव है। इस बीमारी में घरेलू नुस्खे अपना कर भी इससे बचा जा सकता है। तो चलिए जानते हैं अस्था के शुरुआती लक्षणों को कैसे पहचाने और कैसे इस बीमारी से निजात पाएं।

अस्थमा के लक्षण

ज्यादा चलने के बाद उल्टी सा महसूस होना

-अधिकतर सिर भारी-भारी रहना और सिर एक हिस्से में दर्द रहना

-तेजी से सांस लेने के कारण थकावट महसूस होना

-शरीर में अजीब सी बेचैनी महसूस करना

-सिगरेट-बीड़ी के धुंए से गला बंद होना

-किसी तरह की एलर्जी महसूस होना

घेरलू नुस्खे अपनाएं-

-लहसुन, दमा के इलाज में बहुत प्रभावशाली औषधी मानी जाती है। 30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां को अच्छे से उबाल लें और फिर इस मिश्रण का हर रोज सेवन करें। ऐसा करने से दमे की शुरुआती अवस्था में काफी लाभ मिलता है।

-अस्थमा से बचाव के लिए थोड़ी सी हल्दी को क चम्मच शहद के साथ मिलाकर चाट लें।

-अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो कलियां पीसकर डाल दें। इससे अस्थमा बहुत जल्दी नियंत्रित होता है।

-तुलसी का उपयोग करके भी अस्थमा से बचा जा सकता है। तुलसी के 15-20 पत्ते पानी से साफ कर लें फिर उन पर काली मिर्च का पाउडर डालकर खा लें। ऐसा करने से सांस की तकलीफ में राहत मिलती है।

-4 से 5 दाने लौंग के लेकर एक गिलास पानी में डालकर अच्छे से उबाल लें और जब पानी आधा रह जाए तो इसको छान लें। अब इस लिक्विड में एक चम्मच शहद मिलाकर पानी पीएं। इस लिक्विड को दिन में तीन बार पीने से रोग नियंत्रित होता है।

-एक चम्मच हल्दी एक गिलास दूध में मिलाकर पीने से भी राहत मिलती है।

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