अंतरिक्ष में घमासान, अपने ही वंशजों को निगल रहे तारे
न्यूयॉर्क: अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक ऐसे तारे की खोज की है जो धीरे-धीरे उन छोटे तारों को निगल रहा है जिनका जन्म उससे ही हुआ है. इस गृह की कक्षा में गैस और धूल से भरे हुए बादल बन रहे हैं जो इसके ही वंशज ग्रहों के टूटने से बने हैं.
अंतरिक्ष में घमासान
पृथ्वी से इस तारे की दूरी लगभग 550 प्रकाश वर्ष है. इस दूरस्थ तारे का नाम आरजेड पीसियम है. यह मीन नक्षत्र में स्थित है.
एस्ट्रोनॉमिकल जर्नल में प्रकाशित एक खोज में यह बात सामने आई है. ये खोज हमारी सौर प्रणाली समेत कई सौर प्रणालियों की संक्षिप्त किंतु अस्थिर अवधि पर प्रकाश डाल सकती है.
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अमेरिका में इंडियाना यूनिवर्सिटी की कैथरीन पिलाचॉवस्की कहती हैं कि हम जानते हैं कि यह ग्रहों के लिये असामान्य नहीं है कि वे युवा सौर प्रणाली की ओर बढ़ें क्योंकि हमने गर्म बृहस्पति के साथ कई सौर प्रणालियां पाई हैं. गर्म बृहस्पति गैसीय ग्रह है जो आकार में बृहस्पति के समान है, लेकिन परिक्रमा अपने तारों के बेहद करीब करता है.
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उन्होंने कहा कि यह ग्रह व्यवस्था के विकास में बेहद दिलचस्प चरण है और हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने प्रक्रिया के मध्य में सौर प्रणाली को पकड़ा है क्योंकि यह तारों के जीवनकाल की तुलना में बेहद तेजी से होता है.