सीबीआई में शुरू हुई विरासत की जंग, सीनियर अधिकारी और सीबीआई डायरेक्टर आमने-सामने

नई दिल्ली| सीबीआई के डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर के बीच की लड़ाई एक बार फिर से केंद्रीय सतर्कता आयोग के चौखट तक पहुंची है। पिछले कई महीनों से दोनों के बीच ओहदे की लड़ाई को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है। ओहदे की लड़ाई से शुरू हुई यह अदावत अब भ्रष्टाचार के मामले तक पहुंच गई है। सीबीआई में नंबर 2 की हैसियत रखने वाले राकेश अस्थाना ने अपने ही सीनियर अधिकारी और सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

सीबीआई में शुरू हुई विरासत की जंग, सीनियर अधिकारी और सीबीआई डायरेक्टर आमने-सामने

मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा की शिकायत सबसे पहले सरकार से की थी। सरकार ने किसी विवाद से बचने और मामला भ्रष्टाचार से जुड़े होने के कारण केंद्रीय सतर्कता आयोग(सीवीसी) के पास भेज दिया। फिलहाल सीवीसी इस पूरे मामले की जांच गहनता से कर रहा है। सीवीसी पता कर रहा है कि क्या वाकई में सीबीआई डायरेक्टर के खिलाफ जांच का मामला बनता है या नहीं?

यह पहला मौका नहीं है जब इन दो अधिकारियों की ओहदे की लड़ाई सीवीसी के पास पहुंची हो। इससे पहले भी इसी साल जुलाई महीने में सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा ने राकेश अस्थाना की शिकायत सीवीसी से की थी। सीवीसी ने उस समय भी एक तरह से राकेश अस्थाना के पक्ष में ही फैसला सुनाया था।

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राकेश अस्थाना जिन-जिन अधिकारियों को सीबीआई के अंदर रखना चाहते थे,उन सभी अधिकारियों को सीवीसी ने दोबारा से बहाल कर दिया था। सीवीसी प्रमुख केवी चौधरी ने तमाम अटकलों और आशंकाओं को दरकिनार करते हुए सीबीआई में नंबर- 2 की हैसियत रखने वाले स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की टीम के कुछ अधिकारियों का कार्यकाल बढ़ा दिया था।

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