Uttarakhand: एम्स में भर्ती बहन को कोरोना के डर से भाई ले जा रहा था घर, रास्ते में हुई मौत
उत्तराखंड। देश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. रोज तीन से चार हजार नए मामले आ रहे हैं. ऐसे में यह डर किसी की जान ले लेगा इसका अंदाजा नहीं था. किडनी के इलाज के लिए एम्स में भर्ती बहन की भाई ने कोरोना के डर से छुट्टी करवा ली लेकिन घर लाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई.
गांव के लोगों के सवालों के डर से वह बहन के शव को जंगल में ही दफना रहा था कि हाथी के आने के कारण शव छोड़कर भागना पड़ा।
रविवार रात झाड़ियों में मिले शव के मामले में मृतका के भाई ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया है। सोमवार शाम पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने चंडीघाट पर भाई की मौजूदगी में मृतका का अंतिम संस्कार कराया।
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तिरछा पुल के पास कंबल में लिपटा मिला था युवती का शव
रविवार को पूर्व गंग नहर पटरी पर तिरछा पुल के पास कंबल लिपटा युवती का शव मिला था। हाथ में ड्रीप नली लगी थी और पट्टी बंधी हुई थी।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मौके पर मिले एम्स के पर्चे से उसकी पहचान हुई। पुलिस घर पहुंची तो कोई नहीं मिला।
उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। सोमवार को पुलिस ने मृतका के भाई को हिरासत में लिया।
बहन 14 अप्रैल से एम्स में भर्ती थी
पूछताछ में उसने बताया कि बहन 14 अप्रैल से एम्स में भर्ती थी। इसी बीच वहां कोरोना के पांच मरीज आ गए। उसे खुद और बहन के संक्रमित होने का डर सताने लगा।
लिहाजा 10 मई को बहन की छुट्टी कराई और घर के लिए रवाना हो गया। लेकिन रास्ते में बहन की तबीयत बिगड़ने पर मौत हो गई।
गांव वालों के सवालों के डर से वह शव को तिरछा पुल के पास दफनाने जा रहा था कि हाथी आ गया और युवक वहां से भाग खड़ा हुआ।
एसओ दीपक कठैत ने बताया कि युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।