UP दौरे पर अमित शाह, फॉरेंसिक साइंस इंस्टिट्यूट का किया शिलान्यास, जानें इसकी खासियत
लखनऊ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2019 में गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह ने अपराध के संदर्भ में इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के निर्माण का विचार उत्तर प्रदेश सरकार को दिया और आज इस इंस्टीट्यूट का शिलान्यास संपन्न हुआ। सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था बदहाल थी।माफिया राज इतना हावी था कि आज जिस भूमि पर हम इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज की स्थापना कर रहे हैं, इस 142 एकड़ भूमि पर एक माफिया कब्ज़ा करने जा रहा था। हमने कार्रवाई कि और माफिया उस ज़मीन से भाग गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित महसूस करती थीं।माफिया अवैध तरह से ज़मीनों पर कब्ज़ा करते थे। 2017 में BJP ने यूपी को विकसित बनाने का वादा किया था। आज योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था को आगे ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज देश में चल रही विकास की 44 योजनाओं में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है। योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने पूरे देश में इन 44 योजनाओं में सबसे पहला स्थान हासिल किया है। उत्तर प्रदेश ने हर क्षेत्र में विकास किया है। गृह मंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश की अर्थव्यस्था पिछले 4 सालों में 11 लाख करोड़ से बढ़कर 22 लाख करोड़ पर पहुंच गई है। अब उत्तर प्रदेश देश में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है।
बता दें कि, सरोजिनीनगर में करीब 36 एकड़ जमीन पर बनने वाला यह इंस्टिट्यूट यूपी में एक अलग पहचान रखेगा। इसकी लागत 350 करोड़ रुपए के आसपास है। इंस्टिट्यूट में एकेडमिक ब्लॉक के साथ ही प्रशासनिक भवन, महिला व पुरुष हॉस्टल, लेक्चर हॉल, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, गेस्ट रूम, प्ले ग्राउंड, स्विमिंग पूल, स्टूडेंट यूनियन के लिए एक भवन और कैंटीन होगी। इसके अलावा पुलिस विभाग के लिए इंस्टिट्यूट परिसर के साथ ही करीब 250 आवासीय एवं अन आवासीय निर्माण भी कराए जाएंगे।