दिल्ली में दिखे दो ‘दौर’,अकबर से महाराणा फिर महाराणा से अकबर

नई दिल्ली। देश के माहौल को खराब करने के लिए अब नामों का सहारा लिया जा रहा है। सवाल ये उठता है की लोगों का स्तर इतना नीचे गिर चुका है कि अब इस तरह की ओछी हरकतों का सहारा लिया जा रहा है। दिल्ली में  कुछ शरारती तत्वों ने ऐसी ही हरकत को अंजाम दिया। जिससे राजनितिक महकमों में हलचल होना तय है।

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दरअसल महाराणा प्रताप जयंती के दिन दिल्ली में कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप रोड करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने बोर्ड से पोस्टर हटा दिया।

रात भर इस घटना के बारे में किसी को खबर नहीं लगी, सुबह होते ही यह मामला शहर में चर्चा का विषय बन गया। जिसके बाद दिन में प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मौके पर पहुंच कर उक्त पोस्टर को हटाया तथा पोस्टर चिपकने वाले की जांच पड़ताल शुरू की।

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बताया जा रहा है कि पुलिस को इस साइनबोर्ड से छेड़छाड़ करने की सूचना एक राहगीर से प्राप्त हुई थी। फिर  सूचना मिलने के बाद पुलिस ने साइनबोर्ड पर जो पोस्टर लगा हुआ था ,जिसपर नाम को बदलने कि मांग कि गयी यही उसे हटा दिया।

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पुलिस अधिकारी घटनास्थल के पास के सीसीटीवी कैमरे में जो फुटेज मिली है उसकी जांच कर रहें हैं।

गौरतलब है कि 28 अगस्त 2015 को नई दिल्ली नगर निगम ने औरंगजेब रोड का नाम बदल कर डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया था।

बता दें कि आज यानी 9 मई को मेवाड़ के राजपूत राजा राणा महाराणा प्रताप की जयंती है। उनके और मुगल बादशाह अकबर के बीच लंबी दुश्मनी थी। 1576 में हुई हल्दीघाटी के लड़ाई में अकबर ने महाराणा प्रताप को शिकस्त देकर अपने सबसे बड़े दुश्मन से निजात पाई थी।

पूरे मामले  पर पुलिस प्रशासन का कहना है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति एफआईआर लिखी  जाएगी और सख्त कार्यवाही कि जा सकती है।

 

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