आज का इतिहास : खेल मंडी का गैर बिकाऊ खिलाड़ी “पुलेला गोपीचंद”

पुलेला गोपीचंद एक प्रसिद्ध भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। 11 मार्च 2001 को ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीत कर भारत के स्टार शटलर पुलेला गोपीचंद ने भारतीय खेल जगत् में एक नया इतिहास लिख डाला। इनसे 21 वर्ष पूर्व प्रकाश पादुकोने ने भारत में बैडमिंटन की ऊँचाइयों को छुआ था।

आज का इतिहास : खेल मंडी का गैर बिकाऊ खिलाड़ी "पुलेला गोपीचंद"

गोपीचंद की आरम्भिक शिक्षा हैदराबाद के सेंट पॉल स्कूल में हुई तथा ए.वी कॉलेज से उसने स्नातक परीक्षा पास की। फिर उसने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री प्राप्त की। पुलेला ने प्रथम मैच 12 वर्ष की उम्र में दिल्ली में आयोजित ‘राष्ट्रीय प्रतिभा खोज कार्यक्रम’ में जीता। फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

 

पुलेला गोपीचंद ने 1991 से देश के लिए खेलना आरम्भ किया जब उनका चुनाव मलेशिया के विरुद्ध खेलने के लिए किया गया। उसके पश्चात् तीन बार (1998-2000) ‘थामस कप’ में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और अनेक बार विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है। उसने अनेक टूर्नामेंट में विजय हासिल कर भारत को गौरवांवित किया है।

उसने 1996 में विजयवाड़ा के सार्क टूर्नामेंट में तथा 1997 में कोलम्बो में स्वर्ण पदक प्राप्त किए। कामनवेल्थ खेलों में कड़े मुक़ाबलों के बीच रजत व कांस्य पदक भारत को दिलाए। 1997 में दिल्ली के ‘ग्रैंड प्रिक्स’ मुक़ाबलों में उसकी भूरि-भूरि प्रशंसा हुई जब उसने एक से एक अच्छे खिलाड़ियों को हराते हुए फाइनल में प्रवेश किया। यद्यपि फाइनल में वह हार गया।

वर्ष 2000 के सिडनी ओलंपिक में बैडमिंटन के लिए भारतीय खिलाड़ियों में केवल पुलेला गोपीचंद का ही नाम था। प्रकाश पादुकोने के रिटायर होने के पश्चात् भारत में कोई उत्तम बैडमिंटन खिलाड़ी बचा ही नहीं था, तब पुलेला का आगमन हुआ जिसमें असीम संभावनाएं दिखाई दीं।

अतः प्रकाश पादुकोने के बाद आगे बढ़ कर चमकने वाला बैंडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद ही है। वह प्रतिभावान होने के साथ-साथ देखने में सुन्दर व आकर्षण भी है।

वर्ष 2000 में गोपीचंद थामस कप के फाइनल में पहुँचा था तो यूँ लगा था कि भारत खेलों में आगे बढ़ने लगा है। फिर जब गोपीचंद ने आल इंग्लैंड खिताब 2001 में जीता तब तो यूँ लगने लगा कि मानो हमें चाँद तक पहुँचने की सीढ़ी मिल गई हो।

तब हमारे 6 खिलाड़ी विश्व के टॉप 100 खिलाड़ियों में शामिल हो गए थे लेकिन अब केवल 3 भारतीय खिलाड़ी ही उन टाप 100 खिलाड़ियों में हैं। 2001 में गोपीचंद विश्व की रैंकिंग में नं. 4 खिलाड़ी बन गया था।

आज का इतिहास

16 नवंबर की महत्वपूर्ण घटनाएँ

1810 – निगवेल हिदाल्गो ने स्पेन से मैक्सिको की आजादी के लिए संघर्ष शुरू किया।

1821- मैक्सिको की स्वतंत्रता को मान्यता मिली।

1908 – जनरल मोटर्स निगम की स्थापना की गई।

 

1947 – टोक्यो के सईतामा में चक्रवाती तूफान कैथलीन से 1,930 लोगों की मौत हो गई।

1975 – केप वर्डे, मोजाम्बिक, साओ टोमे और प्रिंसिप संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुए।

1995 – भारतीय मूल के वासुदेव पाण्डे त्रिनिदाद एवं टौबेगो के प्रधानमंत्री बने।

 

1997 – चीन के लोकतंत्र समर्थक नेता जिंग शेंग 18 वर्ष बाद रिहा किये गए।

1998 – कनाडा ने अपना यहाँ नागरिकता क़ानून को सख्त बनाया।

2000 – रूस द्वारा अंतरिक्ष केन्द्र मीर को डुबाने का फैसला।

 

2001 – अफ़ग़ानिस्तान हेतु संयुक्त राष्ट्र के 21 सदस्यीय दल में भारत शामिल।

2002 – मुशर्रफ़ ने पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद की शपथ ली।

2006 – पाकिस्तान ने मध्यम दूरी के गौरी-V मिसाइल का सफल परीक्षण किया।

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2007 – बंगाल की खाड़ी से उठे भीषण चक्रवाती तूफ़ान ‘सीडर’ ने बांग्ला देश में भीषण तबाही मचाई।

2008- स्टेट बैंक की हेवरा के 58 लाख रुपये की कर्ज़ माफ़ की। चन्द्रयान के लूनर लेजर रेजिंग उपकरण ने सफलतापूर्वक काम करना शुरू किया।

2013 – वाशिंगटन में एक बंदूकधारी ने नौसेना के एक शिविर में 12 लोगों की गोली मारकर हत्या की।

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2014 – इस्लामिक स्टेट ने सीरियाई कुर्दिश लड़ाकों के खिलाफ युद्ध छेड़ा।

16 नवंबर को जन्मे व्यक्ति

  • 1880 – अलफ्रेड नॉयस – ब्रिटिश लेखक, कवि और नाटककार।
  • 1920 – आर्ट सैनसम – अमेरिकी कॉर्टूनिस्ट।
  • 1931 – आर. रामचंद्र राव – भारतीय क्रिकेट अंपायर।
  • 1973 – पुलेला गोपीचंद – भारत के प्रसिद्ध शटलर खिलाड़ी।
  • 1930 – मिहिर सेन – भारत के प्रसिद्ध लम्बी दूरी के तैराक थे।
  • 1908 – बोमिरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी, दक्षिण भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध निर्देशक
  • 1907 – शंभू महाराज – कत्थक के प्रसिद्धि प्राप्त गुरु तथा नर्तक थे।
  • 1897 – चौधरी रहमत अली – पाकिस्तान की माँग करने वाले सबसे पहले समर्थकों में से एक थे।

16 नवंबर को हुए निधन

  • 1915 – करतार सिंह सराभा – प्रसिद्ध भारतीय क्रांतिकारी
  • 1857 – ऊदा देवी ‘पासी’ जाति से सम्बंधित एक वीरांगना

16 नवंबर के महत्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

  • राष्ट्रीय पुस्तक दिवस (सप्ताह)
  • नवजात शिशु दिवस (सप्ताह)
  • राष्ट्रीय प्रेस दिवस
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