महोबा में दो बड़े हादसों में तीन की मौत, एक की हालत गंभीर

रिपोर्ट-ब्रजेन्द्र सिंह

महोबा। पत्थर मंडी कबरई में मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मानकों को ताक पर रख मजदूरों से पहाड़ों और स्टोन क्रेशरों में काम कराया जा रहा है। नतीजतन महज 8 घंटे में महिला और पुरुषों सहित तीन लोग काल के गाल में समा चुके हैं।  पहले हादसे में 250 फिट गहरे पहाड़ में गिरकर दो युवकों की इलाज के दौरान मौत हो गयी है तो वही स्टोन क्रेशर प्लांट मजदूरी के दौरान एक महिला की मौत हो गयी।

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महोबा की पत्थर मंडी कबरई आये दिन सुर्ख़ियों में बनी रहती है। यहां संचालित क्रेशर प्लांटों और पहाड़ों पर न तो मानकों का ख्याल रखा जा रहा है और न ही मजदूरों की सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। नतीजा आए दिन घटनाएं हो रही है।

ताजा मामला आज का है जहां दो घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि पहाड़ों पर होने वाली बॉस्टिंग के चलते आम रास्ता को ध्वस्त कर दिया गया। जिससे ग्रामीण सकरी रास्ते के चलते हादसों का शिकार बन जाते है।

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वहीं रिश्ते में सगे मामा भांजे की हादसे में मौत हो गई। कुष्मांडा स्टोन क्रेशर प्लांट में मानकों को ताक पर रखकर चल रहे प्लांट में दो महिला मजदूर बुरी तरह मशीन की चपेट में आ गयी। जिसमे एक महिला सुमित्रा की मौके पर ही मौत हो गयी तो चंद्रकली की हालत नाजुक होने पर उसे झांसी मेडीकल कालेज रिफर किया गया है।

पहाड़ों ओर स्टोन क्रेसर प्लांट में दर्दनाक हादसों के बाद पुलिस आलाधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नही है। दरअसल कबरई में होने वाले हादसों में मौत का सौदा कर लिया जाता है।

पहाड़ों और क्रेशर पर होने वाली मौतों पर रसूखदार पैसे से दबाब बनाकर सब निपटा लेते हैं। कबरई मंडी में मानकों की अनदेखी के चलते घटनाये थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

 

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