
ताजगी से भरे फूल किसे पसंद नहीं होते हैं। लेकिन जब यही फूल किसी बीमारी से आपको निजात पाने में मदद करें तो ये जड़ी बूटी बन जाते हैं। गुलाब फूलों का राजा कहा जाता है। गुलाब जब अपने आयुर्वेदिक नुस्खों से बीमारियों को निजात दिलाता है तो हमारे जीवन में महत्व बढ़ जाता है। आइये जानते हैं गुलाब के फायदों के बारे में।

आंखें
गुलाब जल थकी हुई आंखों को तुरंत राहत प्रदान करने में बहुत कारगर होता है। आंखों में गुलाब जल के इस्तेमाल से आंखों में नई चमक आती है, और वह स्वस्थ लगती हैं। अगर आप कंप्यूटर के सामने बहुत ज्यादा समय बिताते हैं तो गुलाब जल आपका दोस्त साबित हो सकता है।
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त्वचा
गुलाब जल त्वचा की देखभाल के लिए बहुत जाना जाता है। गुलाब जल को आप टोनर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गुलाब जल में प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट होता है और यह सर्वो तम टोनर भी है। रोज रात को इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा टाइट होती। यह त्वचा के पीएच संतुलन को बनाएं रखने में मदद करता है साथ ही मुंहासों को दूर करने में मदद करता है और बैक्टीरिया के संक्रमण से त्वचा की रक्षा करता है।
गुलाब का तेल
गुलाब के तेल में एस्ट्रिंजेंट के अद्भुत गुण होते हैं। यह मसूड़ों और बालों की जड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही यह त्वैचा की देखभाल, मांसपेशियों में मजबूती, आंतों और रक्त वाहिकाओं में भी मदद करता है। गुलाब के तेल का रक्त वाहिकाओं से अनुबन्ध होने के कारण यह घाव और चोट से निकलने वाले रक्त के प्रवाह को रोकने में बहुत कारगर होता है।
एंटीडेप्रेसेंट
हालांकि गुलाब आपके चेहरे पर एक प्याररी सी मुस्कावन ला सकता है, लेकिन इसका तेल भी कम नहीं है। इसका तेल आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति बढ़ा सकता हैं। गुलाब का तेल अवसाद और चिंता से लड़ने में मदद करता हैं। यह गुलाब का तेल अवसाद को कम करने के लिए एक कारगर उपाय के रूप में इस्ते माल किया जाता है।
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बालों की देखभाल
गुलाब जल में आपके बालों की देखभाल के भी प्रभावी गुण होते हैं। बालों की जड़ों में ब्लेड के सर्कुलेशन में सुधार करता है जिससे बालों के स्वहस्थ। विकास में मदद मिलती है। इसके अलावा यह बालों को मजबूत और लचीला बनाने के लिए एक प्रभावी और प्राकृतिक कंडीशनर भी है।
एंटीसेप्टिक
घावों के इलाज के लिए गुलाब का तेल बहुत अच्छा माना जाता है। गुलाब के तेल में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण घावों को भरता है और इसकी खुशबू से आपको रिलैक्सब महसूस होता है। घाव पर गुलाब के तेल के इस्तेमाल से सेप्टिक बनने और संक्रमण के विकास से बचाने में मदद मिलती है।
गुलाब का फल
गुलाब के फल में विटामिन ए, बी 3, सी, डी और ई से भरपूर मात्रा पाई जाती है। गुलाब के फल में विटामिन सी होने के कारण डायरिया के इलाज के भी मजज मिलती है। गुलाब के फल में फ्लवोनोइड्स, बायोफ्लवोनोइड्स, सिट्रिक एसिड, फ्रुक्टोज, मैलिक एसिड, टैनिन और जिंक भी होता है।
हर्बल चाय
गुलाब जल से हनी चाय दुनियाभर की हर्बल चाय से अच्छी मानी जाती है। यह पेट के रोगों और मूत्राशय में होने वाले संक्रमण को दूर करने के काम आती है। हर्बल गुलाब जल चाय एक शांत प्रभाव प्रदान करती है। इस सुखदायक चाय को घूंट आप कभी भी भर सकते हैं यह आपको आराम महसूस कराने में मदद करेगी।
सूजन कम करें
गुलाब का तेल बुखार आने की संभावना को भी कम करता है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्मेंटेरी तत्वा सूक्ष्म जीवाणु संक्रमण के कारण सूजन, रसायन, अपच और निर्जलीकरण को कम करने में मदद करता हैं।




