बिस्तर से उठने नहीं देगी दिमाग की यह खतरनाक समस्या

बारिश के बाद वाला मौसम हर किसी को एहतियात बरतने को कहता है। इस मौसम में छोटों क्या बड़ों को भी कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है। इसी मौसम में एक के बाद एक बीमारियो के नाम सामने आ रहे हैं। यह सिर्फ बीमारियों के नाम नहीं है इसके प्रभाव से कई लोगों को अपनी जान तक गवानी पड़ी। इसी कड़ी में आज हम आपको वायरस मैगीजाइटिस यानि कि मस्तिष्क में बुखार के बारे में बताने जा रहे हैं।

मस्तिष्क में बुखार

रोग के कारण

दिमागी बुखार

दिमागी बुखार एक जानलेवा बीमारी है। जिसका बड़ा कारण ग्रुप बी अरबो वायरस होता है। यह एक संक्रमक बीमारी है जो काफी तेजी से एक से दूसर इंसान तक पहुंचती है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति की द्रव्य बूंदों क कारण होता है। आमतौर पर ऐसा ग्रसित लोगों के खांसते, छीकने पर होता है। इस बीमारी में मरीज की मौत का खतरा भी काफी हद तक बढ़ा जाता है।

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गैंगरीन

मेनिन्गोकोकल व्याधि में हाथ-पैरों का गैंगरीन हो सकता है। गंभीर मेनिन्गोकोकल तथा न्यूमोकोकल संक्रमण के परिणामस्वरूप एड्रीनल ग्रंथियों में हैमरेज (रक्तस्राव) हो सकता है, जिसके कारण वाटरहाउस-फ्रेडरिक्सन सिंड्रोम हो सकता है जो कि अधिकांशतः घातक होता है।

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खोपड़ी की नसें

मेनिन्जाइटिस की सूजन खोपड़ी की नसों में असामान्यता का कारण बन सकते हैं, ये नसों का वह समूह हैं जो मस्तिष्क स्टेम से निकलती हैं, सिर तथा ग्रीवा भागों को आपूर्ति करती हैं तथा जो अन्य कार्यों के साथ ही आँखों की गतिविधि, चेहरे की मांसपेशियों तथा श्रवण को नियंत्रित करती हैं। दृश्य लक्षण तथा श्रवण हानि मेनिन्जाइटिस के प्रकरण के बाद भी बने रह सकते हैं।

 

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