एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ इस युवा ने खोला मोर्चा, क्या वापस होगा बिल?

रिपोर्ट- विकास

कानपुर। सुप्रीम कोर्ट के एससी/एसटी एक्ट संशोधन बिल को जहां केंद्र की सत्ता पर काबिज मोदी सरकार ने पलटा और एक्ट को पुनः पुरानी स्थिति में लाकर सदन में पास करा दिया। जिसके बाद से ही सवर्ण समाज और ओबीसी समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं।

बिल

एक्ट के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार करने लगे हैं। आये दिन देशभर में कहीं न कहीं एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन चल रहे हैं, तो वहीँ उत्तर प्रदेश के कानपुर में इस एक्ट को तत्काल वापसी के खिलाफ एक युवक नवजवान अकेले ही 24 घंटे से आमरण अनशन पर बैठा है। और कानून वापसी तक यूँही बैठने का दावा कर रहा है। फिर क्यों न उसकी जान चली जाए।

कानपुर के बर्रा 2 इलाके के रहने वाले किशन भट्ट। जो पेशे से एमआर हैं। मगर किशन को जब ये जानकारी हुई कि देशभर में एससी एसटी/एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी का कानून को केंद्र सरकार ने लागू कर दिया है।

उसके बाद से ही किशन जगह-जगह पर इस कानून के खिलाफ अपने साथियों के साथ प्रदर्शन कर रहा था। मगर जब किशन की बात कहीं नहीं सुनी गयी, तो वो कानपुर दक्षिण के चर्चित शास्त्री चौक चौराहे पर पिछले 24 घंटो से आमरण अनशन पर बैठ गया है।

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किशन की मांग है कि जब तक देश में लागू हुए एससी/एसटी एक्ट जोकि काला कानून है। उसे सरकार वापस नहीं लेती है। तबतक वो यहीं आमरण अनशन पर बैठा रहेगा। फिर क्यों न उसकी जान ही चली जाये।

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सबसे बड़ी बात ये है कि ये नवजवान अकेले ही आमरण अनशन पर बैठा है। 24 घंटे बीत जाने के बाद अब किशन की तबियत भी बिगड़ने लगी है।

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