गांव वालों ने लिया बदला, बाघ को उतारा मौत के घाट

रिपोर्ट- मो. यासीन

लखीमपुर खीरी में ग्रामीणों ने एक बाघ को इस लिये पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया क्योंकि बाघ ने एक ग्रामीण को मार दिया था इससे लोग बाघ से आक्रोशित थे।

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वहीं ग्रामीणों की माने तो कई बार यह लोग वन विभाग से कह चुके थे बाघ को भगाने के लिये। ग्रामीणों का कहना है  यह बाघ यहाँ से समय से हटा दिया गया होता तो शायद ग्रामीण की मौत नही होती। वहीं ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति खासा रोष है।

लखीमपुर खीरी के मैलानी वन रेंज के चलतूआ गाँव के देवानंद जंगल के रास्ते साइकिल से जा रहे थे लघु शंका के दौरान बाघ ने हमला कर घायल कर दिया था घायल को अस्पताल जाते वक्त मौत हो गय थी। यह बाघ यहाँ कई दिनो से घूम रहा था कम्बीग के दौरान वन विभाग को चकमा देता रहा साथ ही एक हाथी को इस बाघ ने घायल कर दिया था। फ़िर भी किसी तरह से बाघ को जंगल में दस दिन बाद खदेड़ दिया गया था।

अभी कुछ  दिन पहले वही बाघ फ़िर वापस चलतुआ गाँव आ गया। बाघ को हटाने के लिये दुधवा पार्क की टीम लग गई थी। आज  एक ग्रामीण देवानंद को बाघ ने गम्भीर रुप से घायल कर दिया जिसको जिला अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई।

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इसकी जानकारी पर ग्रामीणों में आक्रोश पैदा हो गया और काम्बिंग  में लगाया गया ट्रेक्टर को अपने कब्जे में ले लिया और जंगल में ग्रामीण घुस गये। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने उस बाघ को घेर लिया और ट्रेक्टर से उस बाघ को दबा दिया साथ ही लाठी डंडों से पीट पीट कर उसे मार दिया। साथ ही काम्बिंग  में लगाये गये महावत को भी ग्रामीणों ने पीट दिया। वन विभाग ने अज्ञात ग्रामीणों  के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ करने की कार्यवाही करने जा है।

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