अटल जी के अंतिम दर्शन से वंचित रह गए लोग अब कर पाएंगे उनकी अस्थियों के दर्शन

नई दिल्ली| पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पंचतत्व में विलीन होने के बाद देश भर के कार्यकर्ता अपने इस जननायक की अस्थियों के अंतिम दर्शन कर सकें, इस पर भी विचार किया जा रहा है। वैसे तो उनके अंतिम संस्कार में भारी जन सैलाब उमढ़ा था लेकिन फिर भी कुछ लोग ऐसे रह गए जिनको उनके अंतिम दर्शन प्राप्त नहीं हो पाए।

अटल जी के अंतिम दर्शन से वंचित रह गए लोग अब कर पाएंगे उनकी अस्थियों के दर्शन

इसे देखते हुए केंद्र सरकार विचार कर रही है कि क्यूँ न उनकी अस्थियों को  देश कि सभी प्रमुख नदियों में प्रवाहित किया जाए। ऐसे में उनकी अस्थियों का कुछ अंश सभी प्रमुख जगहों पर भेजा जायेगा ताकि लोग उनके दर्शन भी कर सकें।

हालांकि अभी इस पर अभी फाइनल फैसला नहीं हुआ है लेकिन पार्टी में यह राय है कि देश के विभिन्न भागों से जो कार्यकर्ता दिल्ली नहीं पहुंच सके, उन्हें अपने इस नेता की अस्थियों के दर्शन का मौका दिया जाए।

उम्मीद की जा रही है कि इस बारे में पार्टी अगले पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ नेता ही नहीं थे बल्कि वे कार्यकर्ताओं और जनता के बीच लोकप्रिय थे। ऐसे में पार्टी के नेताओं को लग रहा है कि हजारों की तादाद में ऐसे लोग हैं, जो अंतिम दर्शन नहीं कर सके।

ऐसे में पार्टी यह फैसला ले सकती है कि उनकी अस्थियों के अंतिम दर्शन की व्यवस्था की जाए। इसके लिए यह भी तय किया जा सकता है कि उनकी अस्थियों को अलग-अलग राज्यों में लेकर जाया जाए ताकि वहां के जो कार्यकर्ता और जनता दिल्ली पहुंचकर अपनी श्रद्धांजलि नहीं दे सके वह वहीं पर अपने नेता के अंतिम दर्शन भी कर सके और उन्हें श्रद्धांजलि भी दे सके।

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पार्टी के एक सीनियर लीडर के मुताबिक यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि यूपी की सभी नदियों में उनकी अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा। लेकिन पार्टी में यह राय बन रही है कि वाजपेयी की अस्थियों को विसर्जन से पहले सभी क्षेत्रों में सम्मान के साथ लेकर जाया जाए।

पार्टी नेताओं का कहना है कि इस बारे में अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ही करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस बारे में अगले एक दो दिन के भीतर कोई फैसला लिया जा सकता है।

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