विष्णु का भव्य मंदिर देश नहीं विदेश में हैं स्थापित,बढ़ा रहा है शान

भारत को मंदिरों का देश भी कहा जाता है। इन मंदिरों में हमेशा श्रद्धालुओं और टूरिस्ट का तांता लगा रहता है। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे बड़ा विष्णु मंदिर कहां है। जिसकी महिमा पूरी दुनिया में विख्यात है। यह मंदिर भारत में नहीं बल्कि विदेश में है। कंबोडिया में अंकोरवाट मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह दुनिया का सबसे बड़ा पूजा-स्थल और महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल भी है।

विष्णु का भव्य मंदिर

ये कंबोडिया के अंकोर में मौजूद है। इसका पुराना नाम यशोधरपुर था।

फ्रांस से आजादी मिलने के बाद अंकोरवाट मंदिर कंबोडिया का प्रतीक बन गया। इसकी मंदिर की तस्वीर कंबोडिया के राष्ट्रीय ध्वज पर बनी हुई है।

11वीं सदी में यहां हिंदू सम्राट सूर्यवर्मन सेकेंड का शासन था। उन्होंने ही ये विशाल मंदिर बनवाया था. ये एक विष्णु मंदिर है। मीकांग नदी के किनारे बसे इस मंदिर को टाइम मैगजीन ने दुनिया की पांच सबसे आश्चर्यजनक चीजों में शुमार किया था।

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1992 में यूनेस्को ने इसे विश्व विरासत की सूची में शामिल किया है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।

कंबोडिया में हर साल लाखों टूरिस्ट इस मंदिर को देखने आते है। भारत से लेकर अन्य देशों के टूरिस्ट इसे देखने आते हैं।

मंदिर की स्थापत्य, शिल्पकला, मूर्तिकला एवं विशालता व भव्यता पूरी दुनिया में मशहूर है।

इसे बनाने में पचास से एक करोड़ रेत के पत्थर इस्तेमाल किए गए थे. हर पत्थर का वजन डेढ़ टन है। इतनी संख्या में पत्थरों का इस्तेमाल मिस्र के पिरामिड में भी नहीं हुआ।

इस मंदिर की दीवारों पर रामायण और महाभारत की कहानियां लिखी हुई हैं। असुरों और देवताओं की अमृत मंथन का भी उल्लेख किया गया है।

 

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