खतरे में देश का भविष्य, सरकारी स्कूल में परोसा जा रहा प्लास्टिक से बना चावल

रिपोर्ट- अनिल तिवारी

सिद्धार्थनगर। यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के जूनियर हाई स्कूल लखनपारा में मिड-डे मील  के तहत परोसा जाने वाला चावल  इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसकी खासियत  क्या है। तो हम आपको बता दे कि यह चावल न तो बेहतर स्वाद की वजह से चर्चा में है और न  ही  रंग रूप की वजह से चर्चा में है।

plastik ke chawal

इस चावल की खासियत यह है कि अगर पके हुए चावल को गेंद की शक्ल देकर जमीन पर पटकते है तो यह रबर की बाल की तरह उछलता है। साथ ही साथ यह बिखरता भी नहीं है। स्कूल में मध्यान्ह भोजन में परोसे  जाने वाले इस चावल को लेकर लोग तरह तरह की अटकले लगा रहे है। कोई इसे चायनीज़ चावल बता रहा है तो कोई इसे प्लास्टिक का चावल बता रहा है।

जब  स्कूल के शिक्षकों से इसकी  जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने सारा दोष ग्राम प्रधान पर डाल दिया। उनका कहना था कि मिड डे मील की व्यवस्था का जिम्मा ग्राम प्रधान ने ले रखा है, वही बता सकते है।

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मामला बच्चो के स्वस्थ्य से जुड़ा होने की वजह  से  जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी राम सिंह  से  इस मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने इस मामले की जांच करवाने की बात कही साथ ही कहा कि यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जायेगी।

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