Birthday Special: 24 साल से ‘थलाइवा’ नहीं मनाते चेन्नई में बर्थडे, क्या है राज?

रजनीकांतमुंबई। रजनीकांत फिल्‍म इंडस्‍ट्री की वो शख्‍सियत हैं जिन्‍होंने एक आम इंसान से भगवान बनने तक का सफर तय किया है। फैंस के लिए वो एक एक्‍टर नहीं बल्कि उनके थलाइवा रहे हैं। 12 दिसंबर 1950 को बैंगलोर में जन्‍में रजनीकांत का आज जन्‍मदिन है।

रजनीकांत के जन्‍मदिन के मौके पर हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़े एक राज के बारे में बताएंगे। ये एक ऐसा सच है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।

उस सच से पहले हम आपको बता दें कि रजनी का जादू देश के सिर्फ एक कोने तक ही नहीं सीमित रहा है। उन्‍हें देश के हर एक छोर से बराबर प्‍यार मिला है।

25 साल की उम्र से फिल्मी दुनियां में कदम रखने के बाद रजनी ने कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। साल 1975 की तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागांगल’ इनके करियर की पहली फिल्‍म थी। वो अपनी मेहनत और काम से हमेशा आगे ही बढ़ते रहे। वहीं बॉलीवुड में उन्‍होंने फिल्‍म ‘अंधा कानून’ से डेब्यू था।

यह भी पढ़ें: आर्थिक तंगी से बेहाल हुईं जया, ढूंढ रहीं काम

फैंस के लिए रजनीकांत से जुड़ी हर एक बहुत जरूरी होती है। जहां फैंस ने उन्‍हें बेशुमार प्‍यार दिया है। वहीं रजनी ने भी अपने फैंस की भावनाओं की हमेशा कद्र  की है। लेकिन जिस थलाइवा को चेन्‍नई के लोग जान से ज्‍यार प्‍यार और मान देते हैं वही थलाइवा रजनीकांत चेन्‍नई में अपना जन्‍मदिन मनाने से कतराते हैं।

यह भी पढ़ें: मंझे हुए ‘खिलाड़ी’ के इशारे पर हुई ‘अनुराट’ की चोरी वाली शादी

चेन्‍न्‍ई में अपना जन्‍मदिन न मनाने के पीछे इकलौती वजह रजनी का ‘डर’ है। ये डर खुद के लिए नहीं बल्कि अपने फैंस के लिए है। असल में आज से 24 साल पहले हुए एक हादसे ने उन्‍हें इस कदर डरा दिया है कि वो चाहकर भी चेन्‍नई में अपना जन्‍मदिन नहीं मनाना चाहते हैं।

आज से 24 साल पहले रजनीकांत के कुछ फैंस चेन्नई में उनका जन्मदिन मनाकर लौट रहे थे। उसी दौरान एक दुर्घटना हो गई, उसमें उनके तीन फैंस की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, उस हादसे के बाद से रजनीकांत अपना जन्मदिन चेन्नई में नहीं मनाते हैं। इस दिन रजनीकांत चेन्नई से कहीं बाहर चले जाते हैं।

LIVE TV