कोरिया और मुंगेली में तीन चौथाई से अधिक किशोरों को लगी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
(अमर सदाना)
छत्तीसगढ़ में 15 से 18 वर्ष की आबादी के 60 प्रतिशत किशोरों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। इस महीने 3 जनवरी से इस आयु वर्ग के टीकाकरण की शुरूआत हुई थी। कोरिया और मुंगेली जिले में तीन चौथाई से अधिक किशोरों को टीका लगाया जा चुका है। वहां क्रमशः 79 प्रतिशत और 75 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण पूर्ण कर लिया गया है। प्रदेश के 11 जिले 60 प्रतिशत या इससे ज्यादा किशोरों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगा चुके हैं। इनमें कोरिया, मुंगेली, राजनांदगांव, धमतरी, रायपुर, बालोद, बेमेतरा, बिलासपुर, महासमुंद, दुर्ग और कांकेर शामिल हैं।
कोरोना सक्रंमण से बचाव के लिए अब तक कोरिया जिले में 31 हजार 229, मुंगेली में 36 हजार 287, राजनांदगांव में 69 हजार 194, धमतरी में 33 हजार 540, रायपुर में 97 हजार 357, बालोद में 32 हजार 731, बेमेतरा में 36 हजार 835, बिलासपुर में 72 हजार 924, महासमुंद में 42 हजार 663, दुर्ग में 64 हजार 932, कांकेर में 27 हजार 459, नारायणपुर में 5168, सरगुजा में 30 हजार 974 और गरियाबंद में 21 हजार 766 किशोरों को टीका लगाया गया है।
कोरोनारोधी टीके की पहली खुराक बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में 55 हजार 204 किशोरों को, कबीरधाम में 32 हजार 742 को, जांजगीर-चांपा में 58 हजार 762 को, सूरजपुर में 27 हजार 862, रायगढ़ में 50 हजार 069, बस्तर में 27 हजार 360, जशपुर में 27 हजार 009, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में दस हजार 692, दंतेवाड़ा में 8933, कोंडागांव में 17 हजार 512, बलरामपुर-रामानुजगंज में 21 हजार 926, कोरबा में 32 हजार 240, सुकमा में 4836 तथा बीजापुर में 4315 किशोर-किशोरियों को टीका लगाया जा चुका है।