ताइक्वांडो सीख कर लड़कियां सिखाएंगी मनचलो को सबक

रिपोर्ट– विनीत त्यागी

रुड़की। शिक्षा नगरी कहे जाने वाले रुड़की शहर व आसपास के क्षेत्रों में आए दिन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होती रहती है जिसका शिकार अधिकतर स्कूली छात्राएं होती है ऐसे में अब उन मनचलों की खैर नहीं है।

ताइक्वांडो सीखती बच्चियां

गौरतबल है कि आए दिन कोतवाली, थानों में छेड़छाड़, दुष्कर्म के मामले सामने आते है जिसमे अधिकतर स्कूली और कॉलेज के छात्राओं के साथ होते है ऐसे में लड़कियां अपनी आत्म सुरक्षा के लिए ताइक्वांडो सीख रही है जिससे वो अपने बचाव में पूरी मदद कर सकती है। वहीं सिविल लाइन कोतवाली और गंगनहर में महीनें में 4 से 5 मामले महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ से सम्बंधित होते है इसलिए ऐसे युवतियों को आत्मनिर्भर होना आवश्यक हो जाता है।

आपको बता दें कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अधिकतर अभिभावक अपनी लड़कियों को ताईक्वांडो की ओर प्रेरित कर रहे हैं। वहीं ताइक्वांडो प्रशिक्षित छात्राओं का कहना है कि तवाइंक्वाडो से आत्म विश्वास और आत्म रक्षा दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। साथ ही इस खेल में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर खेलने का मौका भी मिलता है क्योंकि यह सब खेलों में अलग है इसलिए लड़कियां तवाइंक्वाडो का अधिक पसंद करती है। अभिभावकों का कहना है कि जो लड़कियां होस्टल या अपने घर बहार रहती उनके ये ताइक्वांडो सबसे बहेतर है वो अपनी आत्मरक्षा स्वयं कर सकती हैं।

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ताइक्वांडो खेल के साथ लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं पर अंकुश लगाने में मददगार साबित हो सकता है।

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