
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में एक आत्मघाती हमले में 43 सैनिकों की मौत हो गई. ये हमला कंधार में सेना के कैंप को निशाना बनाकर किया गया. आतंकी दो गाड़ियों के साथ कैंप में घुसे जिसके बाद दोनों गाड़ियां बम से उड़ गईं. आतंकी संगठन तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी ली है.
इससे पहले भी अफगानिस्तान में पुलिसकर्मियों और सैन्य बलों को निशाना बनाकर हमले होते रहे हैं. हाल ही में हुए दो आत्मघाती विस्फोटों में भी करीब 74 लोग मौत की नींद सो गये थे.
अफगानिस्तान में बड़ा हमला
इस बीच, अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान सीमा पर किए गए ड्रोन हमले में पाकिस्ताननी तालिबान के एक वरिष्ठ नेता ओमर खालिद खोरासानी के मारे जाने की सम्भावना जताई जा रही है। स्थानीय मीडिया और आतंकवादी सूत्रों ने बुधवार देर रात यह जानकारी दी। हालांकि खोरासानी के तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान , जमात-उल-अख्तर (टीटीपी जेयूए) ने इन खबरों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अमेरिकी ड्रोन हमले में वरिष्ठ तालिबानी नेता की मौत !
अहरार को पाकिस्तान में हाल के सालों में किए गए कई घातक आतंकवादी हमलों के लिए दोषी ठहराया गया है, जिसमें कई लोगों की मौत हुई है।
खोरासानी का असली नाम अब्दुल वली है। वह तालिबान नेतृत्व के साथ मतभेदों के कारण मुख्य तालिबान गुट से 2014 में अलग हो गया था।
उ. कोरिया ने अमेरिका, द. कोरिया को चेताया
पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान के पूर्वी खोस्त और पकतिया प्रांत में पिछले कुछ दिनों से रिसोल्यूट सपोर्ट मिशन (आएसएम) और अफगानी सुरक्षा बलों द्वारा पाकिस्तान के कुर्रम एजेंसी के ठीक सामने सैन्य अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें ‘आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचा है।’
सेना ने हालांकि मारे जाने वाले आंतकवादियों की पहचान नहीं की है, लेकिन कहा है कि ‘अफगानी सेना और पाकिस्तानी सेना के बीच सहयोग बढ़ाया जाएगा।’