मुंबई। छोटे पर्दे के एक और शो पर बैन होने की तलवार लटक रही है। इस बार सबका फेवरेट शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ निशाने पर आ गया है। मेकर्स की एक गलती ने इसे शो को मजधार पर लाकर खड़ा कर दिया है। खबरों के मुताबिक, तारक मेहता का उल्टा चश्मा पर बैन की मांग हुई है।
धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में शो को बैन करने की मांग की जा रही है। एक एपिसोड के दौरान शो ने कुछ ऐसा दिखा दिया कि कंट्रोवर्सी से इसके सीधे तार जुड़ गए।
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बता दें, हालिया एपिसोड में गणपति पूजा के दौरान एक एक्टर सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के रुप में दिखे थे। इसके बाद शो सिख समुदाय के गुस्से का शिकार हो गया। इस मामले पर एसजीपीसी प्रमुख कृपाल सिंह बादुंगर ने बताया कि शो ने सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के जीवित स्वरूप का चित्रण कर समुदाय को ठेस पहुंचाई गई है और ऐसा करना ‘‘सिख सिद्धांतों के खिलाफ’’ है।
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असल में, सिखों की धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक कोई भी इंसान गुरू के जीवित स्वरूप को धारण नहीं कर सकता।
खबरों के मुताबिक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो पर ‘ईशनिंदक’ सीन दिखाने का आरोप में बैन लगाने की मांग की है।
बादुंगर के मुताबिक, ‘कोई भी एक्टर या कोई भी चरित्र खुद की दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह के साथ समानता नहीं कर सकता। यह गलती माफ नहीं की जा सकती है।’