सुप्रीम कोर्ट ने पद्मावती से आपत्तिजनक सीन हटाने से किया इंकार

सुप्रीम कोर्टनई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती इस समय सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इस फिल्म से कुछ आपत्तिजनक दृश्य हटाने के लिए दायर याचिका को खारीज कर दिया है।

प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ की तीन सदस्यीय खंडपीठ को सूचित किया गया है कि इस फिल्म को अभी तक केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से प्रमाण पत्र नहीं मिला है। इस पर पीठ का कहना है कि इस याचिका में हमारे हस्तेक्षेप का मतलब पहले ही राय बनाना होगा जो हम करने के पक्ष में नहीं है।

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बता दें कि अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा ने यह याचिका दायर की थी। इसमें उन्होंने रानी पद्मावती के कैरेक्टर पर सवाल उठाने वाले सभी सीन को फिल्म की रिलीज से पहले हटाने का निर्देश देने की गुजारिश की थी। हालांकि चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस डी वाई चन्द्रचूड़ की बेंच ने कहा, “इस याचिका में हमारे दखल का मतलब होगा पहले ही राय बनाना, जो हम करना नहीं चाहते।

पद्मावती को लेकर इन दिनों विवाद चल रहा हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाए जाने की मांग भी की जा रही है। फिल्म के निर्माताओं ने स्वेच्छा से फिल्म की रिलीज को फिलहाल टाल दिया है। फिल्म को पहली दिसंबर को रिलीज होना था। अभी इसकी रिलीज के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है। ‘पद्मावती’ में रणवीर सिंह, शाहिद कपूर और दीपिका पादुकोण लीड रोल में हैं।

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