जब सोनिया गांधी ने कांग्रेस नेताओं से कहा- राहुल गांधी हैं सबके बॉस

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनावों और राजस्थान उप चुनावों में ‘हवा का रुख बदलता देख’ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए समान सोच वाले दलों के साथ मिलकर काम करेगी।

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उन्होंने यह संभावना भी जताई कि लोकसभा चुनाव समय से पहले हो सकते हैं। उन्होंने कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस की सत्ता के बरकरार रहने के प्रति विश्वास जताया।

कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष के तौर पर मैं कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य साथियों के साथ काम कर समान सोच वाली अन्य पार्टियों के नेताओं से मंत्रणा करूंगी जिससे अगले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार सुनिश्चित हो सके और भारत लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, सहिष्णु और आर्थिक प्रगति के मार्ग पर लौट सके।”

हाल ही में राजस्थान में उप चुनावों में पार्टी की जीत और गुजरात विधानसभा में प्रशंसनीय प्रदर्शन का हवाला देते हुए सोनिया ने कहा, “हमने गुजरात में मुश्किल परिस्थितियों में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। राजस्थान में हालिया उप चुनावों बड़ी जीत हासिल की। इससे पता चलता है कि बदलाव की हवा आ रही है।”

उन्होंने कहा, “बहुत जल्द कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम भी कांग्रेस की वापसी को रेखांकित करेंगे।” उन्होंने अपने बेटे राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख की नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं दीं और उन्हें अपना बॉस भी मानते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के पुनरुत्थान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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सोनिया ने उम्मीद जताई कि पार्टी के कार्यकर्ता और नेता राहुल गांधी के साथ भी उसी समर्पण भाव से काम करेंगे जैसे उनके 19 वर्ष लम्बे कार्यकाल के दौरान करते थे। उन्होंने कहा, “हमने कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुना है तथा आप और हम सबकी तरफ से मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। वह अब मेरे बॉस भी हैं। इसमें कोई शक न रखें। मैं जानती हूं कि आप सभी उनके साथ उसी समर्पण, वफादारी और जोश से काम करेंगे जैसे मेरे साथ करते थे।”

सोनिया गांधी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि पार्टी को सत्ता में वापस लाने के लिए उनके नेतृत्व में हम सब मिलकर काम करेंगे।”

लोकसभा चुनाव 2014 में पार्टी की करारी हार को ‘असामान्य’ बताते हुए सोनिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मोदी सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी को सही दिशा दिखाएं। उन्होंने कहा, आम चुनाव लगभग एक साल बाद होने हैं लेकिन हमें तैयार रहना होगा। वे (भाजपा) 2004 की तरह इससे पहले भी चुनाव करा सकते हैं।

सोनिया गांधी ने कहा, “हमारे देश में समाज के हर तबके के लोगों का वर्तमान सरकार से मोह भंग हो चुका है। अब हमें उनकी इस नाराजगी को विपक्ष के समर्थन में लाना है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का विचार रखा है और इस मुद्दे पर सभी दलों की सहमति मांगी है। इससे इन अटकलों को हवा मिली है कि इसी वर्ष मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ ही लोकसभा चुनाव होंगे।

सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मोदी सरकार के खिलाफ सकारात्मक और प्रमाणिक तथ्यों की सूची बनाने के लिए कहा।

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उन्होंने कहा, “हम पहले भी वापसी कर चुके हैं और अब हमें वही दोहराना है। इसके लिए हमें मोदी सरकार की असफलताओं को तो जनता के सामने लाना ही होगा, लेकिन इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हमें सार्वजनिक हित के मुद्दों पर सकारात्मक और जिम्मेदार माहौल बनाना होगा”

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