राजनीतिक गलियों के शहंशाह निकले सिंधिया, कर दिया ‘मामा’ पर घातक प्रहार

जबलपुर। सांसद और मध्यप्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज ने राज्य में भ्रष्टाचार का विकेंद्रीकरण कर दिया है और भ्रष्टाचार करने के ठेके (कॉन्ट्रेक्ट) तक दे दिए हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया

जबलपुर के पनागर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि शहीद प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सत्ता का विकेंद्रीकरण करते हुए पंचायती राज की स्थापना की थी, इसके ठीक उलट शिवराज ने भ्रष्टाचार का विकेंद्रीकरण कर दिया है। इतना ही नहीं, भ्रष्टाचार के ठेके भी दे दिए हैं।

सांसद ने यहां कांग्रेस नेताओं को अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया। उन्होंने मंच पर जमा लोगों से व्यवस्था बनाने को कहा। जब नेताओं ने ऐसा नहीं किया तो पहले सिंधिया ने सभी बड़े नेताओं को कुर्सी पर बैठाया, फिर कार्यकर्ताओं को कुर्सियों के पीछे जाने कहा। जब उन्हें लगा कि पार्टी नेता उनके मनमाफिक व्यवस्था नहीं बना रहे हैं तो वे स्वयं मंच की सतह पर बैठ गए। यह नजारा देखकर कांग्रेस नेताओं की न केवल हवाइयां उड़ीं, बल्कि सब तुरंत व्यवस्थित हो गए।

सिंधिया ने राज्य की मंडियों में अनाज तुलवाई के नाम पर किसानों से लूट किए जाने का आरोप लगाया और कहा, “इस समय राज्य का हर वर्ग परेशान है, युवाओं के पास रोजगार नहीं है, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। मगर बयानवीर मुख्यमंत्री को तो भ्रष्टाचार के लिए बदनाम अपना राज्य अमेरिका नजर आता है।”

सिंधिया ने इससे पहले ,आदिवासियों के बीच आयोजित जनसभाओं में राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों को लेकर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “शिवराज सरकार आदिवासियों को जूते-चप्पल के जरिए गंभीर बीमारी उपहार में दे रही है, वहीं कई स्थानों पर आदिवासी महिलाओं को साड़ियां बांटकर वापस ले ली।”

सिंधिया ने कहा कि राज्य सरकार का नेतृत्व करने वाला ही बहरूपिया है। कोलारस और मुंगावली के विधानसभा उपचुनाव में आदिवासी महिलाओं को एक-एक हजार रुपये मासिक देने का ऐलान किया था, मगर उसके बावजूद वहां से कांग्रेस के प्रत्याशी जीते, क्योंकि आदिवासी समुदाय स्वाभिमानी और आत्मसम्मान वाला है। इसे खरीदा नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि चुनाव होने के बाद किसी भी परिवार को एक हजार रुपये नहीं मिले। इससे पता चलता है कि यह सरकार सिर्फ घोषणा करती है, इसलिए मुख्यमंत्री को ‘घोषणावीर’ कहा जाता है।

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सिंधिया ने आगे कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो वह अर्जी के आधार पर नहीं, बल्कि जनता की मर्जी से काम करेगी। वह सरकार सभी वर्गो के कल्याण के लिए काम करेगी। आदिवासियों की जिंदगी में कांग्रेस ने सदा बदलाव लाया है, यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।

सांसद ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया, “बीते 14 साल में शिवराज ने अपने को तो मालामाल कर लिया है, मगर जनता को बेहाल कर दिया है। इस सरकार को अगर सबसे ज्यादा प्यार है तो वह है रेत से। यही कारण है कि इन्होंने प्रदेश की सारी नदियों को खोदकर रख दिया है।”

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राज्य के जानलेवा व्यापमं घोटाले की चर्चा करते हुए सिंधिया ने कहा कि व्यापमं के असली दोषी मौज कर रहे हैं और निर्दोष लोग जेलों में हैं। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। लायक बच्चा नौकरी न मिलने से परेशान है और अमीर बाप का नालायक बच्चा नौकरी पा रहा है। राज्य में लगातार घोटाले हो रहे हैं।

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