SDM के ट्रांसफर से सड़क पर उतरी जनता, DM को वापस लेना पड़ा आदेश

एसडीएमइलाहाबाद। हम सब ज्यादातर अधिकारियों के काले कारनामे ही सुनते हैं। बहुत कम ही ऐसा होता है कि एक अधिकारी आम जनता के बीच ऐसी जगह बनाए जिसे आसानी से भरा जा सके। कुछ ऐसा ही नजारा था जब लोग अपने एसडीएम के ट्रांसफर को रुकवाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए। यही नहीं नाराज लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। यह सिलसिला करीब 4 घंटे तक चला।

यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि हकीकत है इलाहाबाद के करछना की, जहां के एसडीएम डॉ. राजा गणपति आर के ट्रांसफर की ख़बर मिलते ही लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ लोग आक्रोशित थे तो कुछ लोगों की आंखें नम थीं।

लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बाजार बंद कर दिया और सरकारी कार्यालयों में भी ताले लगा दिए गए। लोग एसडीएम आवास के बाहर घंटों तक धरने पर बैठे रहे।

एसडीएम जब लोगों के बीच आए और उन्हें समझाया तब जाकर लोग शांत हुए। हालांकि, लोगों के आक्रोश की ख़बर वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच चुकी थी। देर शाम डीएम ने एसडीएम के ट्रांसफर का आदेश रद्द कर दिया।

युवाओं में लोकप्रिय

डॉ. राजा गणपति आर की करछना के एसडीएम के रूप में पोस्टिंग करीब 2 महीने पहले हुई थी। इस दौरान उन्होंने तहसील में कई ऐसे कार्य किए जिससे लोगों में, विशेषकर युवाओं और गरीब तबके के लोगों के बीच वह लोकप्रिय हो गए।

भूमाफिया और खनन माफिया के खिलाफ भी उन्होंने अभियान चलाया। सोमवार की शाम उनका स्थानांतरण होने का आदेश जारी हुआ और मंगलवार की सुबह तक लोगों को इसकी जानकारी भी मिल गई।

इसके बाद करीब साढ़े 8 बजे सैकड़ों की संख्या में लोग एसडीएम आवास के बाहर पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। इनमें अधिकांश स्थानीय मदन मोहन मालवीय इंटर कालेज के छात्र थे।

एसडीएम के लिए सरकार से ली ‘लड़ाई’

धरने पर बैठे लोग सरकार और मंत्रियों के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। उनका आरोप था कि खनन माफिया और भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई के चलते ही उनका ट्रांसफर किया गया। यह सिलसिला करीब 1 घंटे चला इसके बाद लोगों ने चक्काजाम कर दिया।

इससे तहसील को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर आवगमन अवरूद्ध हो गया। लोगों ने सभी सरकारी कार्यालयों में तालाबंदी कर दी और बाजार भी बंद कर दिया गया। लोग ट्रांसफर रद्द करने की मांग कर रहे थे।

दोपहर तकरीबन 1 बजे तक पूरे बाजार में हंगामा चलता रहा और आक्रोशित लोग एसडीएम आवास के बाहर और सड़कों पर इकट्ठा हो गए। इसके बाद एसडीएम खुद बाहर आए और लोगों से मिलकर उन्होंने जाम खत्म करने की अपील की। इसके बाद जाम को हटवाया जा सका।

यह है लोकप्रियता की वजह

डॉ. राजा गणपति आर. ने तहसील का चार्ज संभालने के बाद जिला मुख्यालय पर रहने की बजाए तहसील में रहने का निर्णय लिया। तहसील के कई तालाबों के जीर्णोद्धार की शुरुआत की और उन पर हुए कब्जे हटाए। तालाबों के किनारे पैदल मार्ग बनवाने की शुरुआत की। वह रोज स्कूली बच्चों के साथ खेलते और उन्हें बेहतर कार्यों के लिए प्रोत्साहित करते।

कुछ ही देर में ट्रांसफर का आदेश वापस

इलाहाबाद डीएम सुहास एल वाई ने बताया कि माघ मेले को देखते हुए एसडीएम सदर को मेले का चार्ज दिया गया था और एसडीएम करछना को एसडीएम सदर बनाया गया था लेकिन जनभावना को देखते एसडीएम करछना को सदर भेजने का आदेश वापस ले लिया गया है।

LIVE TV