दरअसल, रिजर्व बैंक के निर्देश को फॉलो करते हुए बैंक अगले साल यानी 1 जनवरी 2019 से नॉन-CTS चेक क्लियर नहीं करेंगे. इस संबंध में SBI ने 12 दिसंबर डेडलाइन तय की है. यानी SBI 12 दिसंबर से ही नॉन-CTS चेक स्वीकार नहीं करेगा. 12 दिसंबर के बाद से SBI केवल CTS चेक्स ही क्लियर करेगा.

यानी सब कुछ ऑनलाइन हो जाता है. इससे फिजिकल चेक्स को मैनेज करने, उन्हें एक जगह से दूसरी जगह भेजने का झंझट खत्म हो जाता है. साथ ही इस पर आने वाले खर्च और चेक क्लियरेंस में लगने वाले टाइम की भी बचत होती है.
लिहाजा क्लियरेंस में वक्त भी ज्यादा लगता है. RBI बैंकों को पहले ही यह निर्देश भी दे चुका है कि वे केवल CTS-2010 स्टैंडर्ड चेक वाली चेकबुक्स ही इश्यू करेंगे