शारजाह से लेकर आखिरी कर्ल्‍ड कप तक… ये हैं सचिन के यादगार कारनामे

मुंबई। ‘सचिन रमेश तेंदुलकर’ भारतीय क्रिकेट के लिए सिर्फ एक प्‍लेयर का नाम नहीं था वह तो वन मैन आर्मी था। वो शख्‍स जो इंसान के भेस में क्रिकेट की पिच पर जब-जब उतरा एक भगवान की तरह ही चमत्‍कार दिखाया।

क्रिकेट लर्वस के लिए सचिन

क्रिकेट लर्वस के लिए सचिन वो हैं जिनकी वजह से लाखों लोगों ने मैच देखना भी शुरू किया और छोड़ा भी। सन् 1989 वो साल था जिसके बाद कई लोगों के लिए क्रिकेट देखने की वजह सचिन बन चुके थे लेकिन 2013 वो साल बना जब नवंबर की 16 तारीख को कई लोगों ने बॉल-टू-बॉल मैच न देखने का फैसला ले लिया।

नवंबर 2013 के उस आखिरी मैच के बाद न केवल क्रिकेट का भगवान रोया था बल्कि मैदान से दूर घर में टीवी के सामने बैठे लोगों भी घंटों तक आंसू बहाए थे। दुख होता भी क्‍यों न आखिर सचिन ने दश्‍कों तक क्रिकेट लवर्स को एंटरटेन किया, देश का परचम बुलंद किया, भारतीय क्रिकेट को अलग मुकाम तक पहुंचाया। बतौर भारतीय प्‍लेयर उन्‍होंने ऐसे कीर्तिमान स्‍थापित किए जिन्‍हें तोड़ पाना लोगों के लिए नामुमकिन सा हो गया।

आज भले ही सचिन के बनाए गए चंद रिकॉर्ड टूट चुके हैं। लेकिन सचिन की कई ऐसी पारियां है जो लोगों के जहन में छप चुकी हैं। सचिन की उन यादगार पारियों को महज याद कर के ही एक अजीब सी खुशी मिलती है। उन पारियों को याद करके आज भी दिल झूम उठता है मानों वो मैच और उन पारि‍यों का मंजर अभी आंखों के सामने चल रहा हो।

सचिन की यादगार पारियां-

22 अप्रैल, 1998

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1998 को शारजाह में खेली गई सचिन की पारी हमेशा यादगार रहेगी। उस रोज सिर्फ धूल भरी आंधी ही नहीं आई थी बल्कि सचिन के रनों की भी आंधी आई थी वो भी तब जब देश को रनों की जबसे ज्‍यादा जरूरत थी। ऑस्‍ट्रेलिया ने भारत के 285 रनों पहाड़ जैसा स्‍कोर खड़ा कर दिया था। आंधी की वजह से लक्ष्य फिर से निर्धारित किया गया। इस बार 46 ओवरों में जीत के लिए 276 रनों का लक्ष्य दिया गया जबकि फाइनल में पहुंचने के लिए 237 रन बनाने थे। 131 गेंदों में सचिन के बनाए 143 रनों से भारत मैच तो नहीं जीत पाया पर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब जरूर हो गया।

24 अप्रैल, 1998-

सन् 1998 के कोका कोला कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के बनाए गए 134 रन ने ऑस्ट्रेलियाई गेदबाजों की ऐसी धुरी उड़ाई कि उन्‍हें 6 विकेट से हराकर मैच अपने नाम कर लिया।

24 फरवरी, 2010-

2010 में ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के वो नाबाद 200 रन लोगों को हमेशा याद रहेंगे। 147 गेंदों में 25 चौके और 3 छक्कों की मदद से बनाए नाबाद 200 रन क्रिकेट लवर्स और सचिन फैंस के लिए किसी करिश्‍मे से कम नहीं थे।

1 मार्च, 2003 –

2003 के विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन के 75 गेंदों में बनाए गए 98 रन उनकी यादगार पारियों में से एक हैं। शतक से 2 रन दूर सचिन ने शोएब अख्तर की गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट क्षेत्र में लगाया गया शानदार छक्का आज भी क्रिकेट इतिहास के लंबे छक्कों में से एक था और भारत 6 विकेट वह मैच जीत गया था।

30 मार्च, 2011-

2011 का विश्‍व कप जीतना सचिन का एक ख्‍वाब था। भारतीय प्‍लेयर्स भी उनके लिए ये विश्‍व कप जीतने की ठान चुक थे। विश्व कप के सेमीफाइनल में सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ यादगार 85 रनों की पारी खेली थी। भारत वह मैच 29 रन से जीतकर फाइनल में पहुंचा था। उस पारी के लिए सचिन को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

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सचिन के कुछ और रिकॉर्ड –

  • ओपनर के रूप में सचिन ने 344 मैचों में 48.29 की औसत से सर्वाधिक 15310 रन बनाए।
  • निचले क्रम पर उन्होंने 119 मैचों में 33 की औसत से 3116 रन बनाए।
  • सचिन के वनडे करियर के कुल 49 में से 45 शतक ओपनिंग करते हुए आए।
  • वनडे का उनका पहला शतक 79वें मैच में आया, वह भी ओपनिंग करते हुए।
  • 200 टेस्ट मैच, 15921 रन। 51 शतक, 68 अर्धशतक। औसत 53।78
  • चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए करीब 13,492 रन। औसत 44।83
  • 463 वनडे मैच, 18426 रन। 49 शतक, 96 अर्धशतक।
  • 2278 रन, सिर्फ वर्ल्ड कप में। 2003 वर्ल्डकप में सबसे ज्यादा 673 रन।
  • वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा 3077 रन, उसके बाद श्रीलंका 3133 रन।
  • वनडे में 200 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज।
  • 62 बार मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड।
  • 15 बार मैन ऑफ द सीरीज़ का अवॉर्ड।
  • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा 9 शतक।
  • 7 बार एक ही साल में 1000 से ज्यादा रन।
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