
दिलीप कुमार
गुरूवार को राज्यसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा में उपसभापति के द्वारा यह निर्णय तब लिया गया जब सदन के अंदर शिवसेना और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने विमान वाहक पोत आईएएस विक्रांत से संबंधित सौ करोड़ रूपये के घोटाले को लेकर शोरगुल और हंगामा काटने लगे।

शून्यकाल के दौरान संजय राउत और अनिल देसाई ने उक्त मामले को लेकर हल्ला करते हुए सदन के बीच आ गए। उनके साथ-साथ कुछ अन्य दलों के सदस्य भी शोरगुल करने लगे।
आपको बता दें कि शिवसेना की सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने नियम 267 के अंतर्गत तथाकथित घोटाले को लेकर एक नोटिस दी थी। इस पर नायडू ने कहा कि विपक्ष के नेता भी इसी नियम के तहत चर्चा कराने को लेकर नोटिस दिया था, लेकिन चर्चा की अनुमति नहीं दी गई। यदि वह इस मुद्दे को उठाना चाहते हैं तो उठाएं, उसी दौरान तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने महंगाई पर चर्चा कराने की मांग की।
नायडू ने भी कहा कि सदन की बैठक का आज अंतिम दिन है, इस लिए सभी सदस्यों सदन चलने दें। उन्होंने हंगाम कर रहे सदस्यों से कहा कि आप यहां से यहीं संदेश देना चाहते हैं।
जब सदस्यों ने उनकी एक न सुनी तब उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो सदस्य नारेबाजी कर रहे हैं, उनके नाम बुलटिन में जरूर छापे जाएंगे। अंतत: सदस्यों का हंगामा जारी रहा, जिस वजह से सभापति ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषण कर दी।