क्या ‘कैप्टन’ की राजनीति के आगे बोल्ड हो गया ‘ओपनर’ सिद्धू?
नई दिल्ली। क्रिकेट की पिच पर अपनी धाक जमाने के बाद राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिखाई दे रही है। वजह वर्ष 1988 हुआ रोड रेज काण्ड है।
दशकों पुराने मामले में पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती हैं। इसमें सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि सजा देने की मांग कोई और नहीं बल्कि उनकी ही सरकार ने कोर्ट में की है।
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दरअसल, पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में वर्ष 1988 के पटियाला रोड रेज मामले में क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिद्धू की सजा को बरकरार रखने की मांग की है। तकरीबन 30 साल पुराने इस मामले में पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने सिद्धू को दोषी ठहराते हुए तीन साल कैद की सजा सुनाई थी। पंजाब के मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी थी।
क्या है पूरा माजरा
रोड रेज के इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू की पिटाई से गुरनाम सिंह नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही सिद्धू के खिलाफ एक अर्जी दाखिल की गई थी, जिसमें उनके एक इंटरव्यू का हवाला दिया गया था। इसमें सिद्धू ने कथित तौर पर माना था कि उन्होंने गुरनाम की पिटाई की थी, जिससे कारण उसकी मौत हो गई थी।
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लेकिन सिद्धू ने इस अर्जी का विरोध किया है। लेकिन अब पंजाब की अमरिंदर सिंह की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में नवजोत सिद्धू की सजा को बरकरार रखने की मांग की है।
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