
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए हर दो महीने में होने वाली तीन दिवसीय बैठक बुधवार को खत्म हो गई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए नीतिगत दरों को यथावत रखने का फैसला किया गया। इसका मतलब ये है कि दरों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक(CPI) मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 2021-22 में रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.5 प्रतिशत पर बनाए रखा गया है। रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4 फीसदी रहेगा। रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35 प्रतिशत रहेगा। मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी(MSF) रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4.25 फिसदी रहेगा।
वहीं कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर शक्तिकांत दास ने कहा,हमारे पास मजबूत बफर स्टॉक है जिससे महंगाई पर काबू पाया जा सकता है। Covid-19 जैसी मुश्किलों से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। अभी घरेलू अर्थव्यवस्था पर ओमीक्रोन का खतरा मंडरा रहा है।