RBI ने उठाया बड़ा कदम , ये सरकारी बैंक बना प्राइवेट बैंक

नई दिल्ली : अगर आप IDBI बैंक के ग्राहक हैं तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। जहां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पब्‍लिक सेक्‍टर के IDBI बैंक को प्राइवेट सेक्‍टर के बैंक की कैटेगरी में रख दिया है।

IDBI BANK

 

वही आसान भाषा में समझें तो IDBI अब प्राइवेट बैंक की तरह काम करेगा। आखिर क्‍यों यह फैसला लिया गया है और इसका ग्राहकों पर क्‍या असर हो सकता है।

 

कम कीमत के साथ भारत में लॉन्च हुई Yamaha MT-15, जाने क्या है खास

बता दें की भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की कर्ज में डूबे आईडीबीआई बैंक में 51 फीसदी की हिस्सेदारी हो गई है। वही एलआईसी की यह हिस्‍सेदारी आईडीबीआई बैंक को कर्ज से उबारने के लिए है। जहां बैंक की वेबसाइट के मुताबिक 1892 ब्रांच हैं जबकि 1407 सेंटर हैं.वहीं बैंक के ATM 3705 हैं।

 

लेकिन बैंक से लाखों ग्राहक जुड़े हैं।यही वजह है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आईडीबीआई को प्राइवेट बैंक की कैटेगरी में डाल दिया है। जहां आरबीआई ने कहा कि एलआईसी के आईडीबीआई बैंक में चुकता शेयर पूंजी का 51 प्रतिशत अधिग्रहण के बाद बैंक को निजी श्रेणी में डाला गया है।

दरअसल पब्‍लिक सेक्‍टर के बैंकों में सरकार की न्‍यूनतम 51 फीसदी की हिस्‍सेदारी होती है .पंजाब एंड सिंध बैंक के पूर्व चीफ जनरल मैनेजर जीएस ​बिंद्रा के मुताबिक आरबीआई के इस फैसले का ग्राहकों पर कुछ खास असर नहीं पड़ने वाला है।

 

देखा जाये तो प्राइवेट होने के बाद आईडीबीआई बैंक के बोर्ड को कुछ अतिरिक्‍त अधिकार जरूर मिल जाएंगे। वहीं एसबीआई के पूर्व सीजीएम सुनील पंत ने बताया कि इस फैसले के बाद बैंक का बोर्ड स्‍वतंत्र और प्रोफेशनल बन सकता है और नियमों के अधीन ग्राहकों को फायदा पहुंचाने वाले फैसले ले सकता है।

जहां उन्‍होंने कहा कि एलआईसी भी सार्वजनिक क्षेत्र की जरूर है लेकिन वह पूर्णत: सरकारी नहीं मानी जाती है। और ऐसे में सरकार का डायरेक्‍ट दखल भी नहीं रह जाएगा।

LIVE TV