Rajasthan: कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद बढ़ी हलचल, CM गहलोत और सचिन पायलट को कांग्रेस हाईकमान ने बुलाया दिल्ली
Rajasthan : राजस्थान कांग्रेस एक बार फिर दो फाड़ होती दिख रही है। अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से ठीक पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिन पायलट का रास्ता रोकने के लिए इस्तीफा स्पीकर जोशी को सौंप दिया है।
कामयाब नहीं होगा इस्तीफों वाला दांव? गहलोत गुट की 3 शर्तें हाईकमान को मंजूरी नहीं
अपने नए अध्यक्ष का इन्तजार कर रही कांग्रेस में मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। राजस्थान ( Rajasthan )कांग्रेस में फिर से गुटबाज़ी देखने को मिली है। अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से ठीक पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुट ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। CM गहलोत के समर्थक 80 से अधिक विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को सौंप दिया है। इस्तीफाइन देने वाले इन विधायकों का कहना है कि नए मुख्यमंत्री को लेकर फैसला अशोक गहलोत के मुताबिक होना चाहिए। इन विधायकों को आशंका है कि कांग्रेस हाईकमान ने सचिन पायलट को कुर्सी सौंपने का फैसला कर लिया है। गहलोत गुट ने पायलट को सत्ता से दूर रखने समेत 3 शर्तें पार्टी नेतृत्व के सामने रखी हैं। हालांकि, हाईकमान भी इस बात पर तैयार नहीं दिख रहा है।
रविवार रात को राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार माने जाने वाले विधायकों ने अपने इस्तीफे रविवार रात विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को सौंप दिए। उन्होंने हाईकमान के सामने तीन शर्तें रख दी हैं, जिसमें सबसे बड़ी यह है कि सचिन पायलट को सत्ता ना सौंपी जाए। राज्य विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने रविवार देर रात कहा, ”हमने इस्तीफे दे दिए हैं और आगे क्या करना है इसका फैसला अब विधानसभा अध्यक्ष करेंगे। इससे पहले राज्य के आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने मीडियाकर्मियों से कहा, ”हम अभी अपना इस्तीफा देकर आए हैं।” यह पूछे जाने पर कि कितने विधायकों ने इस्तीफा दिया, उन्होंने कहा, ”लगभग 100 विधायकों ने इस्तीफा दिया है।”
इन विधायकों का कहना है कि नए सीएम के चयन में उनकी राय नहीं ली गई है। इससे वे बेहद नाराज हैं। इस राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस पार्टी आलाकमान ने सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट को दिल्ली बुला लिया है
राजस्थान (Rajasthan) सरकार में मंत्री गोविंद मेघवाल कहा कि कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव होने तक (राज्य में मुख्यमंत्री गहलोत के उत्तराधिकारी को लेकर) कोई बात नहीं होगी। जोशी के निवास से निकलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, ”सब कुछ ठीक है।” कांग्रेस के मुख्य सचेतक जोशी ने कहा, ”हमने अपनी बात आलाकमान तक पहुंचा दी है… उम्मीद करते हैं कि आने वाले जो फैसले होंगे उनमें उन बातों का ध्यान रखा जाएगा। विधायक चाहते हैं कि जो कांग्रेस अध्यक्ष और आलाकमान के प्रति निष्ठावान रहे हैं उनका पार्टी पूरा ध्यान रखे।”