रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फोन पर बातचीत की और भारत-पाकिस्तान संघर्ष सहित कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने एक ब्रीफिंग में बताया कि दोनों नेताओं ने मध्य पूर्व, यूक्रेन युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर भी बात की। ट्रम्प ने ईरान को उसके परमाणु भविष्य पर जल्द निर्णय लेने की चेतावनी दी।

उशाकोव ने कहा, “उन्होंने मध्य पूर्व और भारत-पाकिस्तान के बीच सशस्त्र संघर्ष पर भी चर्चा की, जिसे राष्ट्रपति ट्रम्प की व्यक्तिगत भागीदारी से रोका गया।” हालांकि, उन्होंने बातचीत के सटीक विवरण का खुलासा नहीं किया। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद तेजी से बढ़ा, जिसमें 26 नागरिक मारे गए। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया। जवाब में, 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन 10 मई को दोनों देशों ने पूर्ण युद्धविराम की घोषणा की।
ट्रम्प ने साझा की बातचीत की जानकारी
बातचीत के बाद, ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर कहा कि उन्होंने पुतिन के साथ यूक्रेन युद्ध, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और अन्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने लिखा, “मैंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर बात की। बातचीत करीब एक घंटे 15 मिनट चली। हमने यूक्रेन द्वारा रूस के हवाई अड्डों पर हमले और दोनों पक्षों के अन्य हमलों पर चर्चा की। यह एक अच्छी बातचीत थी, लेकिन तत्काल शांति की ओर ले जाने वाली नहीं।” ट्रम्प ने कहा कि पुतिन ने हवाई अड्डों पर हाल के हमलों का जवाब देने की बात कही। उन्होंने ईरान के परमाणु हथियारों पर भी चर्चा की और कहा कि ईरान को जल्द निर्णय लेना होगा। ट्रम्प ने दावा किया कि इस मुद्दे पर वह और पुतिन सहमत थे।
रूस ने यूक्रेन हमलों पर सैन्य जवाब की चेतावनी दी
उसी दिन, रूसी अधिकारियों ने कहा कि वे यूक्रेन द्वारा उनके क्षेत्र में किए गए ड्रोन हमलों का जवाब देने के लिए सैन्य कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं। मॉस्को ने इन हमलों के लिए पश्चिमी देशों को भी जिम्मेदार ठहराया।