
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के समर्थन में उतर चुके हैं। 3 नवंबर को वे बिहार में प्रचार की शुरुआत करेंगे और पहले दिन तीन बड़ी जनसभाएं करेंगे। सुबह पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर में, दोपहर में सिवान के रघुनाथपुर में और शाम को कैमूर के भभुआ में रैली करेंगे।
सिवान की रघुनाथपुर सीट से पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब महागठबंधन के उम्मीदवार हैं और अखिलेश उनके लिए जोरदार प्रचार करेंगे। सिवान उत्तर प्रदेश से सटा सीमावर्ती क्षेत्र है जहां मुस्लिम और यादव वोटरों की अच्छी-खासी तादाद है। अखिलेश का यह दौरा न सिर्फ बिहार चुनाव को प्रभावित करेगा बल्कि 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भी मजबूत संदेश देगा। सपा ने बिहार के लिए 20 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है जिसमें अखिलेश यादव, डिंपल यादव और आजम खान शामिल हैं। जेल से रिहा होने के बाद आजम खान पहली बार चुनावी मंच पर नजर आएंगे।
ओसामा शहाब 31 साल के हैं और आरजेडी के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पिता शहाबुद्दीन सिवान के चार बार सांसद रहे लेकिन हत्या अपहरण और एसिड अटैक जैसे 39 से ज्यादा आपराधिक मामलों में दोषी ठहराए गए थे। एनडीए के बड़े नेता अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने ओसामा को निशाना बनाया है। शाह ने कहा कि शहाबुद्दीन ने सिवान को खून से लाल किया था जबकि योगी ने तंज कसा कि जैसा नाम वैसा काम। फिर भी आरजेडी का दावा है कि शहाबुद्दीन का सिक्का आज भी चलता है।
अखिलेश उत्तर प्रदेश से सटे इलाकों पर फोकस करेंगे जहां यादव और मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका निभाते हैं। बिहार में पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा जबकि नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।
अखिलेश का यह कदम महागठबंधन को मजबूती देगा और बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी नया समीकरण तैयार करेगा।





